Sunny N Kaushik
सयुंक्त किसान मोर्चा ने परिवहन व व्यापार संगठनों के आह्वान पर 26 फरवरी को घोषित
“भारत बंद” का पूर्ण समर्थन किया है। मोर्चा ने देशभर के किसानों से अपील की है कि वे शांतिपूर्ण भारत बंद को सफल बनाने के लिए पूरा सहयोग करें। इसके अलावा, मोर्चा कल युवा किसान दिवस मनाने के अपने पूर्वनिर्धारित कार्यक्रम को भी करेगा। बता दें कि युवाओं की खेती और किसान आन्दोलन में अहम भागीदारी का सम्मान करते हुए किसान नेताओं ने 26 फरवरी को ‘युवा किसान दिवस’ मनाने का ऐलान किया था। इस दिन न सिर्फ सभी मंचों का संचालन युवा करेंगे, बल्कि वक्ता भी युवा ही होंगे।
मोर्चा नेताओं ने एक प्रेसनोट जारी कर दिल्ली में 26 जनवरी की ट्रैक्टर परेड के बारे में विद्यार्थियों को निबंध लिखने और उनसे अनुमानों के आधार पर तर्कहीन सवाल पूछने के लिए चेन्नई के गोपालपुरम के डीएवी स्कूल प्रबंधन की भी निंदा की है। मोर्चा नेताओं ने कहा कि ये सवाल किसानों व उनके शांतिपूर्ण प्रदर्शन के खिलाफ स्कूल प्रबंधन के पूर्वाग्रह को दर्शाते हैं। मोर्चा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर उनसे किसान आंदोलन के दौरान गिरफ्तार किए गए किसानों को अविलंब रिहा करने और किसानों के खिलाफ झूठे केस वापिस लेने की भी मांग की है। यही नहीं, मोर्चा नेताओं ने हरियाणा विधानसभा के निर्दलीय सदस्य बलराज कुंडू पर आज मारे गए आईटी छापे को राजनीति से प्रेरित बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि कुंडू हरियाणा में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के मुखर विरोधी रहे हैं और किसानों के आंदोलन का सक्रिय रूप से समर्थन कर रहे हैं।
यह भी बता दें कि मोर्चा के आह्वान पर विभिन्न राज्यों में आयोजित हो रही किसान महापंचायतों की कड़ी में आज राजस्थान के करीरी में एक विशाल पंचायत का आयोजन किया गया। इसे योगेंद्र यादव, राकेश टिकैत और अमरा राम समेत अनेक किसान नेताओं ने संबोधित किया। रविदास जयंती व चन्द्रशेखर आज़ाद की शहादत दिवस पर 27 फरवरी को दिल्ली बॉर्डर पर भी एक बड़ी रैली का आयोजन किया जाएगा। भारतीय किसान यूनियन उगराहां के महासचिव सुखदेव करोरी ने भरोसा जताया है कि उनके संगठन से ही लगभग 50,000 लोग रैली में पहुंचेंगे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आज दक्षिण भारत के 5 राज्यों का एक प्रतिनिधिमंडल किसान आन्दोलन का समर्थन देने शाहजहांपुर बॉर्डर पर पहुंचा। जय किसान आंदोलन के योगेंद्र यादव ने उनका स्वागत करते हुए कहा कि असली राष्ट्रवाद टीवी पर बैठकर पाकिस्तान को गाली देना नहीं, बल्कि एक दूसरे के सुख-दुख में खड़े होना है, जिसका परिचय आज दक्षिण भारत से आए लोगों ने दिया। दूसरी ओर, दिल्ली पुलिस को शांतनु मलुक के खिलाफ कोई कार्यवाही न करने का आदेश देते हुए न्यायालय ने उनकी जमानत 9 मार्च को होने वाली अगली सुनवाई तक बढ़ा दी है। दिल्ली पुलिस ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका पर जवाब दायर करने के लिए और समय मांगा था।