रेवाड़ी की एक गोल्ड मैडलिस्ट कराटे खिलाड़ी ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री व जिला उपायुक्त को पत्र लिखकर कोरोना बीमारी की संभावित दवाई के मानव शरीर पर किए जाने वाले पहले परीक्षण के लिए स्वयं को समर्पित करने का प्रस्ताव रखा है। जिले के गांव मामडिया ठेठर की रहने वाली 24 वर्षीय वर्षा यादव ने पिछले साल राष्ट्रीय कराटे प्रतियोगिता में गोल्ड मैडल जीता था।
वर्षा ने बताया कि आज हमारे देश के साथ-साथ पूरा विश्व कोरोना महामारी से लड़ रहा है। हजारों लोगों की जान जा चुकी हैं और लाखों लोग इससे पीड़ित हैं। ऐसे में यदि देश के वैज्ञानिक या डॉक्टर इसके इलाज के लिए कोई दवाई या इंजैक्शन तैयार करते हैं और उसका परीक्षण जीवित व्यक्ति पर करना चाहते हैं, तो वह इसके लिए स्वयं को अर्पित करने के लिए तैयार हैं। इस कार्य के लिए उनके माता-पिता ने भी उन्हें इजाजत दे दी है।