हिंदी फिल्मों को अनेक स्टार कलाकार देने वाले हरियाणा की एक और प्रतिभाशाली ऐक्ट्रेस बॉलीवुड में एन्ट्री के लिए तैयार है। जी हां, रोहतक की बेटी मिस वर्ल्ड मानुषी छिल्लर यशराज फिल्म के आगामी प्रोजेक्ट में पृथ्वीराज चौहान की प्रेयसी संयोगिता के रूप में नजर आएंगी। बड़ी बात यह है कि अपनी पहली ही फ़िल्म में मानुषी को बॉलीवुड के नामी निर्माता-निर्देशक चंद्रप्रकाश द्विवेदी की फिल्म पृथ्वीराज में सफलता की गारन्टी माने जाने वाले अभिनेता अक्षय कुमार के साथ लीड रोल करने का मौका मिला है। मानुषी छिल्लर का बॉक्स ऑफिस पर पहला मुकाबला अभिनेत्री कंगना रानौत से होगा।
फिल्म को लेकर हैं काफी उत्साहित
मानुषी इस फिल्म को लेकर बेहद उत्साहित हैं। उन्होंने कहा है कि यह फिल्म करना उनके लिए सौभाग्य की बात है। बॉलीवुड में यशराज फिल्म का काफी नाम है और ऐसे में इस प्रोडक्शन से कौन नहीं जुड़ना चाहेगा! मानुषी का कहना है कि राजकुमारी संयोगिता जैसा एतिहासिक किरदार निभाना बहुत बड़ी जिम्मेदारी है और वे अपनी मेहनत से इस किरदार को सार्थक करके दिखाएंगी।
अपने किरदार को जीवंत बनाने के लिए मानुषी ने बाकायदा घुड़सवारी और तलवार-भाला चलाने की ट्रेनिंग ली है। वे संयोगिता के बारे में ज्यादा से ज्यादा पढ़ने के साथ-साथ अपने लुक की ओर भी विशेष ध्यान दे रही हैं।
आपको बता दें कि मानुषी छिल्लर सामाजिक कार्यों में भी जुड़ रही हैं। वे देशभर में महिलाओं को जागरूक करने के साथ-साथ स्वच्छता अभियान को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रमों में विशेष रूप से सक्रिय रहती हैं।
हरियाणा से ही एमबीबीएस की पढ़ाई करनी होगी पूरी
एमबीबीएस की पढ़ाई बीच में छोड़कर ग्लैमर की दुनिया में आई मानुषी को अब हरियाणा के मेडिकल कॉलेज से ही पढ़ाई पूरी करनी होगी। एमसीआई का काम संभालने वाले बोर्ड ऑफ गवर्नर्स (बीओजी) ने छिल्लर की मुंबई के मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई पूरी करने की मांग ठुकरा दी है।
गौरतलब है कि मानुषी छिल्लर 2017 में मिस वर्ल्ड बनी थी। मिस वर्ल्ड तक का सफर तय करने के लिए उन्हें अपनी मेडिकल की पढ़ाई बीच में छोड़नी पड़ी थी। उस समय वे सोनीपत के भगत फूल सिंह महिला मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस कर रही थीं। बचपन से ही होनहार तथा पढ़ाई में होशियार रही मानुषी ने यहां 2015-16 के शैक्षणिक सत्र में एडमिशन लिया था। 2017 में मिस वर्ल्ड बनने के बाद छिल्लर ने कॉलेज आना बंद कर दिया और अपने परिवार के साथ मुंबई में रहने लगीं।
बाद में मानुषी ने एमबीबीएस की अपनी बची हुई पढ़ाई मुंबई के एक मेडिकल कॉलेज से करने की अनुमति मांगी। रोहतक के पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विश्वविद्यालय ने एनओसी भी जारी कर दी। लेकिन विवाद खड़ा होने के बाद मामला बीओजी के पास आया जिसने मुंबई के मेडिकल कॉलेज से पढ़ाई पूरी करने की उनकी मांग ठुकरा दी।