आखिरकर पंजाब की मजदूर कार्यकर्ता नौदीप कौर (Trade Union Activist) को जमानत मिल गई है। पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने उनकी जमानत मंजूर करते हुए उन्हें रिहा करने का आदेश दिया है। उच्च न्यायालय ने 24 फरवरी को उनकी याचिका शुक्रवार (26 फरवरी) को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध की थी। पंजाब के नवदीप के वकील अर्शदीप सिंह चीमा ने कहा, “अदालत ने नवदीव कौर की जमानत याचिका स्वीकार कर ली। उच्च न्यायालय ने उन्हें जमानत दे दी है।’’ मुक्तसर जिले की निवासी कौर हरियाणा की करनाल जेल में बंद है। कानूनी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद उनके जल्द ही जेल से रिहा होने की उम्मीद है।
आपको बता दें कि कुंडली बॉर्डर पर किसान आंदोलन में शामिल नौदीप को हरियाणा पुलिस ने बॉर्डर के करीब ही मजदूरों और फैक्ट्री प्रबंधन के बीच हुए एक झगड़े के बाद लगभग डेढ़ माह पहले गिरफ्तार किया था। करीब 23 वर्षीय नौदीप की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उनके सहयोगी शिवकुमार को भी गिरफ्तार कर लिया था। आरोप है कि हिरासत के दौरान पुलिस ने दोनों पर अत्याचार किया था। नौदीप की बहन राजवीर कौर ने उसके साथ पुलिस हिरासत में शारीरिक उत्पीड़न के भी आरोप लगाए थे।
कुंडली बॉर्डर के पास एक फैक्ट्री में काम करने वाली नौदीप श्रम अधिकारों को लेकर आवाज बुलंद करती रही हैं। कंपनी में काम करने के चार माह बाद ही उन्हें निकाल दिया गया। मजदूर अधिकार संगठन से जुड़ी नौदीप जब 12 जनवरी को 20 अन्य मजदूरों के साथ उचित मजदूरी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही थीं, तो पुलिस से उनकी झड़प हो गई। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने नौदीप कौर के खिलाफ हत्या, वसूली, चोरी, दंगा करने, गैर कानूनी ढंग से इकट्ठा होने और डराने-धमकाने जैसे आरोप लगाए। इसके विपरीत, श्रमिक अधिकार कार्यकर्ता ने दावा किया कि मामले में उन्हें ‘‘निशाना बनाया गया और गलत तरीके से फंसाया गया’’ क्योंकि वह केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के लिए भारी समर्थन जुटाने में कामयाब रही थी।
नौदीप की बहन राजवीर के मुताबिक, सरकार को किसानों और मजदूरों की एकजुटता से डर है। इसीलिए उनकी बहन को निशाना बनाया गया है। उसे पुलिस स्टेशन में पुरुष पुलिसकर्मियों द्वारा लगातार पीटा गया है और उसका यौन उत्पीड़न (Sexual Exploitation) भी किया गया है। इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। दूसरी ओर, सोनीपत पुलिस (Sonipat Police) का कहना है कि नौदीप के हमले में एक महिला कांस्टेबल समेत सात पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं। पुलिस के अनुसार, यौन उत्पीड़न के आरोप बाद में लगाए गए और पुलिस विभाग इससे इनकार करता है। नवदीप कौर की निगरानी में लगातार दो महिला पुलिसकर्मी तैनात हैं।
गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से नौदीप की गिरफ्तारी का मामला मीडिया में छाया हुआ है। अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की भांजी मीना हैरिस सहित दुनियाभर की कई नामी हस्तियां उनकी गिरफ्तारी के विरुद्ध आवाज़ उठा चुकी हैं। देशभर के छात्र, मजदूर एवं मानवाधिकार संगठन लगातार उनकी रिहाई के लिए प्रदर्शन कर रहे थे।