हरियाणा के वरिष्ठ रंगकर्मी विश्व दीपक त्रिखा को बेस्ट थियेटर प्रमोटर अवार्ड से सम्मानित किया गया है। रंगमंच को हरियाणा के छोटे-छोटे शहरों और कस्बों तक पहुंचाने वाले तथा प्रदेश के रंगकर्मियों को देशभर में अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए आगे बढ़ाने वाले त्रिखा को यह अवार्ड 10 नवम्बर को शिमला में आयोजित अखिल भारतीय नाटकबाज कार्यक्रम में प्रदान किया गया। यह जानकारी देते हुए रोहतक स्थित सप्तक कल्चरल सोसाइटी के महासचिव अविनाश सैनी ने बताया कि मशहूर नाटक गधे की बारात के निर्देशक के रूप में नाम कमाने वाले विश्व दीपक त्रिखा हरियाणा ही नहीं, बल्कि उत्तर भारत के चुनिंदा कर्मठ व मेहनती रंगकर्मियों में शुमार हैं। रंगमंच के प्रति गहरे समर्पण और जज्बे के बल पर वे लम्बे समय से नाटक की दुनिया में अपनी एक विशेष पहचान बनाए हुए हैं। यह प्रतिष्ठित अवार्ड रंगमंच के क्षेत्र में उनके योगदान को ही रेखांकित करता है।
उन्होंने बताया कि रंगमंच में अपनी विशिष्ट उपलब्धियों के बल पर विश्वदीपक त्रिखा मल्टी आर्ट एंड कल्चर सेन्टर, कुरुक्षेत्र (मैक) में उपनिदेशक के पद पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। वर्ष 2009 से 2014 तक अपने पांच वर्ष के कार्यकाल में त्रिखा ने एक ओर जहां मैक को देशभर में विशेष पहचान दिलाई, वहीं दूसरी ओर, हरियाणा के उभरते कलाकारों को मंच देकर उन्हें प्रतिष्ठा प्रदान की।
गौरतलब है कि विश्व दीपक त्रिखा आजीवन कला को समर्पित रहे हैं। इसके चलते मल्टी आर्ट कल्चरल सेंटर की स्थापना होते ही उन्हें उपनिदेशक पद को सम्भालने की जिम्मेदारी दी गई। उन्होंने नगर निगम गुरुग्राम के सांस्कृतिक सलाहकार के रुप में भी काम किया। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र प्रयागराज की कार्यकारिणी के सदस्य रहे त्रिखा एनएसडी के भारत रंग महोत्सव की जांच समिति में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। इस दौरान उन्होंने कुरुक्षेत्र, गुरुग्राम और रोहतक में हर हफ्ते नाटक करवाने की परंपरा की शुरुआत की। हर साल ‘सप्तक राष्ट्रीय नाट्योत्सव’ के आयोजन सहित रंगमंच की विभिन्न गतिविधियों में केंद्रीय भूमिका निभाने वाले त्रिखा ने प्रत्येक वर्ष दो उत्कृष्ट रंगकर्मियों को ‘नाट्यश्री’ सम्मान देने की भी पहल की।
अविनाश सैनी ने बताया कि नाटक ‘गधे की बारात’ के 300 से अधिक मंचन कर विश्व दीपक त्रिखा ने रंगमंच के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए हैं। सार्थक सांस्कृतिक संघ करनाल द्वारा प्रत्येक वर्ष शिमला में आयोजित किए जाने वाले अखिल भारतीय नाट्य महोत्सव में रंगमंच के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाली हस्तियों को सम्मान दिया जाता है। इसी कड़ी में विश्व दीपक त्रिखा को सम्मानित किया गया है। उन्हें हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल तथा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की पत्नी आशा हुड्डा द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है।
लम्बे समय से सप्तक कल्चरल सोसायटी तथा हिपा के अध्यक्ष रहे त्रिखा वर्तमान में गुरुग्राम में थियेटर अकादमी के माध्यम से कला का विस्तार कर रहे हैं।