हरियाणा सरकार ने कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते गेहूं और सरसों की खरीद 20 अप्रैल तक टाल दी गई है। प्रदेश में गेहूं की खरीद एक अप्रैल से शुरू होती है, लेकिन इस बार यह 20 दिन देरी से शुरू होगी। 25 मार्च को खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास की अफसरों के साथ बैठक में यह निर्णय लिया गया। इससे प्रदेश के करीब 16 लाख किसान परिवारों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं।
गौरतलब है कि ज्यादातर किसान छोटे काश्तकार हैं। आंधी-बरसात के इस मौसम में उनके पास फसल को स्टोर करके रखने का कोई प्रबंध नहीं हैं। दूसरे ज्यादातर किसान आढ़तियों/साहूकारों से कर्जा लेकर काम चलाते हैं और फसल बिकने पर कर्ज चुकाते हैं। बहुतों ने बैंकों या सहकारी समितियों से भी लोन ले रखा है, जिसे चुकाने का दबाव उन पर है। ऐसे में, मजबूरन उन्हें अपनी फसल कम दामों पर व्यापारियों या आढ़तियों को बेचनी पड़ेगी।
हालांकि सरकार ने प्रदेश के किसानों को आश्वासन दिया है कि वे चिंता न करें, उनकी फसल का एक-एक दाना खरीदा जाएगा। अधिकारियों का यह भी कहना है कि सरकार हर रोज की स्थिति पर नजर रखेगी और संभव हुआ तो पहले भी गेहूं और सरसों की खरीद की जा सकती है। इस संदर्भ में सीएम मनोहर लाल ने नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला के साथ वीसी कर उनकी राय भी जानी है।
आपको बता दें कि पहले मुख्यमंत्री ने किसानों को आश्वासन दिया था कि फसल कटाई और खरीद को आवश्यक सेवाओं के तहत लिया गया है। इसलिए किसानों को किसी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
BPL कार्ड धारकों को मिलेगा मुफ्त राशन
प्रदेश सरकार ने अंत्योदय अन्न योजना (एएवाई) और बीपीएल कार्ड धारकों को एक माह का राशन मुफ्त मुहैया करवाने का निर्णय भी किया है। बुधवार, 25 मार्च, को जारी किए आदेशों में कहा गया है कि राज्य में अप्रैल 2020 के दौरान सार्वजनिक वितरण प्रणाली, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियमत के तहत एएवाई व बीपीएल कार्ड धारकों को मुफ्त राशन मुहैया करवाया जाएगा। इसके साथ ही प्रदेश सरकार ने आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई के लिए सात सदस्यीय मॉनीटरिंग कमेटी का गठन कर दिया है।