– दिल्ली के ‘भव्य कल्चरल सोसाइटी’ के कलाकारों ने दिखाया नाटक।– कई नए प्रयोग किये गए नाटक में।– नाटक के 2 अंत दिखाए।– दिखाया कि आत्महत्या किसी समस्या का हल नहीं। रोहतक, 27 दिसंबर। ‘सप्तक रंगमंडल, पठानिया वर्ल्ड कैंपस, सोसर्ग और अभिनव टोली द्वारा आयोजित घरफूंक थियेटर फेस्टिवल में इस बार प्रताप सहगल के नाटक…
Month: December 2021
सोचने की आजादी वैज्ञानिक मानसिकता है और वैज्ञानिक मानसिकता से ही आजादी की सोच पैदा होती है : गौहर रज़ा
– वैज्ञानिक मानसिकता और सामाजिक न्याय पर कार्यशाला आयोजित।– आज़ादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर हुआ कार्यशाला का आयोजन।– जीवन में वैज्ञानिक मानसिकता की ज़रूरत और इसके प्रभाव सहित विभिन्न पक्षों पर गौहर रज़ा व वेदप्रिय ने रखी बात। रोहतक, 25 दिसम्बर। “सोचने की आजादी वैज्ञानिक मानसिकता है और वैज्ञानिक मानसिकता से ही आजादी…
घर फूँक थियेटर फेस्टिवल में नाटक बीवियों का मदरसा का हुआ मंचन – नाटक ने धर्म और परंपराओं के नाम पर औरत को अपने आधीन रखने की पुरुषवादी सोच का नमूना किया पेश– दुनिया के प्रसिद्ध नाटककार मोलियार की रचना को उतारा मंच पर– तमाम बाधाओं के बावजूद इश्क चढ़ा परवान– हास्य और व्यंग्य के…
घरफूंक थियेटर फेस्टिवल में हुआ नाटक ‘पतझड़ के बाद’
– नाटक ने परिवार से ठुकराए बुजुर्गों के दर्द को किया बयां– सप्तक रंगमंडल, पठानिया वर्ल्ड कैंपस और सोसर्ग के संयुक्त तत्वावधान में हुआ मंचन– महिला उत्पीड़न को दर्शाया– विदेशों में जा बसे बच्चों के मां-बाप की पीड़ा को भी ढ़ी अभिव्यक्ति रोहतक, सारी दुनिया। कई बार ज़िंदगी के कड़वे अनुभव या हमारे भीतर का…