दिल्ली को छोड़ अन्य पड़ोसी राज्य अभी इसके लिए तैयार नहीं
हरियाणा सरकार की अगस्त महीने से स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से खोलने की योजना सिरे चढ़ती दिखाई नहीं दे रही। लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। इसका प्रमुख कारण है कि प्रदेश की जनता अभी स्कूल खोलने के पक्ष में नहीं हैं। ज्यादातर अभिभावक, शिक्षक संगठन चाहते हैं कि कोरोना का संक्रमण कम होने के बाद ही प्रदेश में स्कूलों को खोला जाए।
हरियाणा में अगस्त से स्कूल खोलने के रास्ते में दूसरी बाधा यह है कि कोरोना संक्रमण कम होने के बावजूद पड़ोसी राज्य पंजाब, हिमाचल, यूपी फिलहाल स्कूल खोलने के लिए तैयार नहीं है। राजस्थान में भी दिसंबर तक स्कूल खोलने की बात की जा रही है। ऐसे में हरियाणा सरकार पर एक नैतिक दबाव भी बना हुआ है।
गौरतलब है कि केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल ने सभी राज्यों से स्कूल खोलने बाबत रिपोर्ट मांगी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के अलावा हरियाणा ही एक ऐसा राज्य है जिसने अगस्त में स्कूल खोलने की सिफारिश की है। हालांकि सरकारी सूत्रों का का कहना है कि यह अंतिम फैसला नहीं है।
अभी स्कूल खोलने को लेकर एक ऑनलाइन सर्वे किया जा रहा है, जिसमें अभिभावकों, शिक्षकों, विद्यार्थियों, स्कूल प्रबंधकों तथा अन्य हितधारकों से इस बारे में सुझाव मांगे गए हैं। लोगों के नाम, पते और मोबाइल नंबर के साथ उनके सुझावों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। इसके बाद पूरी तरह से निश्चित होने पर ही अन्तिम फैसला लिया जाएगा।