आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी हुए संक्रमित
सारी दुनिया। कोरोना संक्रमण के मामलों ने पिछले तोड़े सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पिछले 24 घंटे में 1.45 लाख से ज्यादा नए केस आए हैं, जो एक दिन में मिले संक्रमितों का सर्वाधिक आंकड़ा है और पहली लहर के पीक से काफी अधिक है। यह लगातार पांचवां दिन है जब कोरोना के मामलों की संख्या एक लाख से ज्यादा है। इस बीच, शनिवार, 10 अप्रैल को जारी बुलेटिन के अनुसार, एक दिन में 794 की हुई मौत हुई है। इसके बाद मृतकों की कुल संख्या 1,68,436 हो गई है। आज के मामले मिलाने के बाद पांच दिनों में 6 लाख 16 हजार 859 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 3335 लोगों की मौत हुई है।
सबसे चिंताजनक बात यह है कि देश में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 10 लाख के आंकड़े को पार कर गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 10,46,631 मरीज इस वक्त उपचारधीन हैं, यानी कि या तो वह डॉक्टरों के दिशा निर्देशों से होम आइसोलेशन में हैं या फिर अस्पतालों में भर्ती हैं।
कोरोना की इस दूसरी लहर में एक्टिव मरीजों की संख्या 10 लाख के आंकड़े को महज 57 दिनों में पार कर गई जबकि पहली लहर में इस आंकड़े को पार करने में 98 दिनों का समय लगा था। यह तो तब है, जब वैक्सीनिशन अभियान भी अपनी पूरी क्षमता के साथ चलाया जा रहा है। पिछले 24 घंटों में देश में 34,15,055 लोगों को वैक्सीन की डोज दी गई। इसके बाद कुल लाभार्थियों की संख्या 98075160 हो गई है।
आज के दिन महाराष्ट्र में सबसे अधिक 5, 36,063 एक्टिव केस हैं। इसके बाद छत्तीसगढ़ में 76,868, कर्नाटक में 58,103 और केरल में 36,502 एक्टिव केस हैं। दिल्ली में 26,631 और हरियाणा में 18,943 मामले एक्टिव हैं।
हरियाणा में पिछले 24 घंटों में 3042 नए केस आए हैं,जो पिछले पीक से भी ज़्यादा हैं। गत वर्ष नवम्बर में यहां एक दिन में 3023 मरीज़ मिले थे। नवम्बर के पीक में 19 दिन में हुए थे केस दोगुने, जबकि अब 9 दिन में ही संक्रमितों की संख्या डबल हो गई है। बता दें कि पिछला पीक 20 नवम्बर को आया था।
प्रदेश में 30 अप्रैल तक आठवीं तक के स्कूल बंदकर दिए गए हैं। दिल्ली में अगले आदेश तक स्कूल बंद करने के आदेश पारित हो चुके हैं। अब तक 13 राज्यों में हो चुके हैं शिक्षण संस्थान बन्द। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज हालांकि लॉक डाउन की संभावनाओं से इंकार कर चुके हैं, लेकिन जैसे हालात बन रहे हैं, उनमें तुरंत कठोर कदम उठाने की ज़रूरत महसूस हो रही है। खास तौर पर, रात के कर्फ्यू और परीक्षाओं को स्थगित करने या केवल ऑनलाइन परीक्षाएं करवाने के बारे में राज्य सरकार को जल्द फैसला करना होगा।
विभिन्न राज्यों की स्थिति का आंकलन करें तो गुजरात से बड़ी बुरी खबरें आ रही हैं। अधिकतर अस्पतालों में बेड फुल हो चुके हैं। मौतों का आंकड़ा भी बहुत अधिक बताया जा रहा है। शमशान घाटों पर मुर्दों के संस्कार के लिए कई-कई घंटे इंतज़ार करना पड़ रहा है। अस्पतालों की हालत का अंदाज़ा लगाने के लिए बड़ोदरा के एक अस्पताल की वायरल तस्वीर देखी जा सकती है, जिसमें कुर्सी पर बैठे व्यक्ति को ऑक्सीजन लगाई हुई है। महाराष्ट्र में वीकेंड लॉक डाउन के चलते सड़कें सूनी पड़ी हैं। वहां सीएम उद्धव ठाकरे ने आज ही एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है, जिसमें पूर्ण लॉक डाउन का फैसला लिया जाना है।