- मीराबाई चानू ने जीता रजत पदक
- यह weightlifting के 125 साल के ओलंपिक इतिहास में भारत का पहला silver medal है
- हॉकी में भी जीत से हुई शुरुआत
- शूटिंग में सौरभ चौधरी फाइनल में हारे
नई दिल्ली, 24 जुलाई|Tokyo Olympic खेलों में भारत ने शानदार शुरुआत की है। खेलों के पहले ही दिन Weight Lifter मीराबाई चानू देश के लिए silver medal जीतने में कामयाब रही हैं। उन्होंने यह उपलब्धि 49 किग्रा भार वर्ग में हासिल की है। इसके साथ ही वह भारोत्तोलन में रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय बन गई हैं। यही नहीं, भारत के लिए भी यह ऐतिहासिक क्षण है। ऐसा पहली बार हुआ है, जब भारत ने ओलंपिक के पहले दिन पदक जीता है। स्नैच के बाद मीराबाई चानू दूसरे स्थान पर थीं। इसके बाद क्लीन एंड जर्क के पहले प्रयास में वह 110 किग्रा भार उठाने में कामयाब रहीं और दूसरे प्रयास में 115 किग्रा वजन उठाया। हालांकि वह तीसरे प्रयास में नाकाम रहीं और रजत पदक से संतुष्ट होना पड़ा।
हॉकी, बैडमिंटन व टीटी में आगे बढ़े
पुरुष हॉकी टीम ने भी अपने पहले मैच में दुनिया की आठवें नम्बर की टीम न्यूजीलैंड को 3-2 से हराकरकर बेहतरीन शुरुआत की है। भारत की तरफ से हरमनप्रीत सिंह ने 2 और रूपिंदर पाल सिंह ने एक गोल किया। भारत के गोलकीपर श्रीजेश ने कई महत्वपूर्ण अवसरों पर गोल बचाए। न्यूजीलैंड की ओर से केन रसेल और जेनेस ने गोल किए।
बैडमिंटन की बात करें, तो मेन्स डबल्स ग्रुप मैच में, चिराग शेट्टी और सात्विक सैराज रैंकी रेड्डी ने दुनिया की तीसरे नम्बर की जोड़ी ली यांग और वांग ची को हराकर पदक की उम्मीद बनाए रखी है। टेबल टेनिस में भी भारत की महिला खिलाड़ी मनिका बत्रा ओलंपिक खेलों के एकल वर्ग के दूसरे दौर में पहुंच गई हैं। मनिका ने आज खेले गए पहले दौर के मुकाबले में ब्रिटेन की तिन-तिन हो दो को 4-0 से हराया। मनिका ने 11-7, 11-10, 11-10, 11-9 से जीत हासिल की। यह मैच 30 मिनट चला।
शूटिंग में निराशा हाथ लगी
इधर, शूटिंग में भारत को निराशा हाथ लगी है। पुरुषों के 10 मीटर एयर पिस्टल के क्वालिफाइंग राउंड में टॉप पर रहने वाले सौरभ चौधरी फाइनल में हारकर बाहर हो गए। विश्व के पहले नम्बर के पिस्टल शूटर सौरभ चौधरी ने पुरुषों के 10 मीटर एयर पिस्टल के फाइनल में जगह बनाई थी। वह क्वालिफिकेशन राउंड में पहले स्थान पर रहे। उन्होंने कुल 586 अंक हासिल किए। वहीं, भारत के ही अभिषेक वर्मा 575 अंकों के साथ 17वें नंबर पर रहे। सौरभ चौधरी ने 6 सीरीज में 95, 98, 98, 100, 98 और 97 अंक बटोरे। क्वालिफिकेशन राउंड में बेहतरीन प्रदर्शन करने ववाले चौधरी फाइनल में अपना जलवा नहीं दिखा सके और पदक की दौड़ से बाहर हो गए। वे 7वें स्थान पर रहे।
बॉक्सिंग में विकास कृष्ण का सफर खत्म
बॉक्सिंग में पदक की उम्मीद समझे जा रहे विकास कृष्ण यादव का सफर भी पहले ही दिन खत्म हो गया। उन्हें जापान के ओका जावा के हाथों 5-0 से हार का सामना करना पड़ा। 69 किग्रा भार वर्ग में उतरे विकास पूरे मैच में कभी भी अपने विरोधी के खिलाफ सहज नहीं दिखे और हमेशा संघर्ष करते रहे। दूसरे राउंड के दौरान विकास को आंख के पास में चोट भी लगी और वहां से खून निकलता देखा गया। रेफरी ने कुछ देर के लिए मैच रोका और विकास को देखा। उपचार के बाद मैच फिर शुरू किया गया। विकास का यह तीसरा ओलंपिक था।
तीरंदाजी में क्वार्टर फाइनल में मिली शिकस्त
तीरंदाजी के क्वॉर्टर फाइनल में दीपिका और प्रवीण जाधव की जोड़ी हार गई है। उन्हें कोरियाई जोड़ी से हार का सामना करना पड़ा। भारतीय तीरंदाजों की जोड़ी तीन के मुकाबले एक ही सेट जीत सकी। पहला सेट 35-32 से जीतने के बाद कोरियाई तीरंदाजों ने दूसरा सेट भी एक अंक से जीत लिया। भारत ने 37 अंक हासिल किए, लेकिन कोरियाई तीरंदजों ने 38 अंक जुटाए। कोरिया ने 6-2 से मैच जीता।
सुमित नागल ने रचा इतिहास
भारतीय टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल ने टोक्यो ओलंपिक खेलों के पुरुष एकल वर्ग का पहला मैच जीतकर एक नया इतिहास रच दिया है। वे 25 साल बाद ओलंपिक के दूसरे दौर में जगह बनाने वाले भारत के पहले एकल खिलाड़ी बने हैं। हरियाणा के जिला झज्जर के निवासी सुमित ने उज्बेकिस्तान के डेनिस इस्तोमिन को 6 – 4, 6 – 7, 6 – 4 से शिकस्त दी। आपको बता दें कि 25 वर्ष पूर्व 1996 के एटलांटा ओलंपिक खेलों में भारत के लिएंडर पेस ने एकल टेनिस स्पर्धा का कांस्य पदक जीता था। उनके बाद कोई भी भारतीय टेनिस खिलाड़ी ओलंपिक की एकल स्पर्धा में दूसरे दौर तक नहीं पहुंच पाया था। अब हरियाणा के झज्जर जिले के सुमित ने यह उपलब्धि हासिल की है।
भारतीय महिला हॉकी टीम की करारी हार
भारतीय महिला हॉकी टीम टोक्यो ओलिंपिक-2020 की शुरुआत जीत के साथ नहीं कर पाई। उसे पहले मैच में world champion नीदरलैंड्स ने 5-1 से करारी मात दी। दूसरे क्वार्टर तक भारत ने नीदरलैंड्स के आक्रमण को कुछ हद तक रोके रखा, लेकिन तीसरे क्वार्टर में नीदरलैंड्स ने तीन गोल करके भारतीय रक्षा पंक्ति की कमर तोड़ दी। अंतिम क्वार्टर में एक और गोल कर उसने भारत के वापसी के सारे रास्ते बंद कर दिए। भारत के लिए एक मात्र गोल कप्तान रानी रामपाल ने पहले क्वार्टर में किया।
जुडोका सुशीला देवी भी हुई एलिमिनेट
अपना पहला ओलंपिक खेल रही जुडो खिलाड़ी सुशीला देवी को भी हार का सामना करना पड़ा है। वे राउंड 32 के मैच में हंगरी की ईवा सेरनोविजकी से हार कर बाहर हो गई।