– शूटिंग : महिला 25 मीटर पिस्टल क्वालिफिकेशन – मनु भाकर (582) और राही सरनोबत (573)। दोनों फाइनल के लिए क्वालिफाई नहीं कर सकी ।
– बॉक्सिंग : लवलीना बोरगोहेन (69 kg) ने क्वार्टर फाइनल में चीनी ताइपे की चेन निएन-चिन को 4-1 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई और देश के लिए एक मेडल पक्का कर दिया।
– महिला हॉकी : नवनीत कौर के गोल की मदद से भारतीय महिला हॉकी टीम ने आयरलैंड को 1-0 से हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश की उम्मीदें बरकरार रखीं।
– तीरंदाजी : क्वार्टर फाइनल में दीपिका कुमारी कोरियाई तीरंदाज एन सन से 6-0 से हारी, ओलंपिक का सफर खत्म हुआ।
– बैडमिंटन : क्वार्टर फाइनल में पीवी सिंधु जापान की अकाने यामागुची को 21-13, 22-20 से हराकर सेमीफाइनल में पहुंची।
– पुरुष हॉकी : भारत ने पूए ए के आखिरी लीग मुकाबले में जापान को 5-3 से हराया।
– 400 मीटर रिले रेस : रेवती विरमानी, शुभा वेंकेटसन, एलेक्स एंथनी और सार्थ भामरी की भारतीय चौकड़ी 400 मीटर रिले रेस में आखिरी स्थान पर रही।
सारी दुनिया, 30 जुलाई। Tokyo Olympics में भारत का एक और मेडल पक्का हो गया है। आज महिला बॉक्सिंग के वेल्टरवेट मुकाबले में भारत की लवलीना ने शानदार जीत के साथ इतिहास रचते हुए देश के लिए यह उपलब्धि हासिल की। असम के एक छोटे से गांव की रहने वाली लवलीना बोरगोहेन ने स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में चीनी ताइपे की चेन निएन-चिन को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। लवलीना के सेमीफाइनल में पहुंचने के साथ ही भारत का Tokyo Olympics में कम से कम कांस्य पदक सुनिश्चित हो गया। अब देखना यह है कि क्या लवलीना अपने पदक को सिल्वर या गोल्ड में बदल पाएगी? लवलीना से यह उम्मीद इसलिए की जा सकती है क्योंकि उन्होंने चीनी ताइपे की जिस खिलाड़ी को हराया है, वह साल 2018 विश्व चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता और एशियन चैंपियनशिप 2019 की रजत पदक विजेता रही हैं।
क्वार्टर फाइनल में लवलीना ने चेन निएन-चिन के खिलाफ 4-1 से जीत दर्ज की। इससे पहले राउंड ऑफ 16 में उन्होंने जर्मनी की नदिने अपेट्ज़ को 3-2 से हराया था। लवलीना ने क्वार्टर फाइनल के तीनों राउंड में चीनी ताइपे की खिलाड़ी के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन किया और उन्हें कोई मौका नहीं दिया। सेमीफाइनल में लोवलिना का सामना तुर्की की बुसेनाज़ सुरमेनेली से होगा, जिन्होंने क्वार्टर फाइनल में यूक्रेन की एना लिसेंको को 5-0 से हराया है।
थाई बॉक्सर से पार नहीं पा सकी मुक्केबाज सिमरनजीत कौर
शुक्रवार को हुए एक और मुकाबले में महिलाओं के 60 किग्रा भार वर्ग में भारतीय मुक्केबाज सिमरनजीत कौर को हार का सामना करना पड़ा है। पहला बार ओलंपिक खेलों में भाग ले रही सिमरनजीत अपने पदार्पण मुकाबले में ही थाईलैंड की सुदापोर्न सीसोंदी से हारकर प्रतियोगिता से बाहर हो गई। चौथी वरीयता प्राप्त सिमरनजीत को 0-5 अंकों से हार का सामना करना पड़ा । दूसरे राउंड में सिमरनजीत को अति आक्रामकता का खामियाजा भुगतना पड़ा। यही नहीं, उन्होंने डिफेंस में भी कई चूक कीं। तीसरे राउंड में सिमरनजीत ने बराबरी की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। अनुभवी थाई मुक्केबाज सुदापोर्न सीसोंदी विश्व चैम्पियनशिप में दो बार पदक जीत चुकी हैं। उन्होंने 2018 एशियाई खेलों में भी रजत पदक जीता था ।
महिला हॉकी टीम की पहली जीत
Tokyo Olympics में लगातार हार का सामना कर रही महिला हॉकी टीम को भी अंततः जीत का दीदार हो गया। शुक्रवार को आयरलैंड के साथ हुए मुकाबले में उसने पहली जीत दर्ज करते हुए प्रतिद्वंद्वी को 1-0 से हराया। इससे पहले भारत को लगातार तीन हार झेलनी पड़ी थीं।
भारत ने मैच का एकमात्र गोल अंतिम क्षणों में किया। हाफ टाइम तक दोनों टीमें बराबरी पर थीं। दोनों ही टीमें कोई गोल नहीं कर पाई थीं। हालांकि मैच में भारत का पलड़ा थोड़ा भारी था। आखिरी दो मिनटों में भारत ने ताबड़तोड़ हॉकी खेली और पांच पेनाल्टी कॉर्नर हासिल किए लेकिन लड़कियां उन्हें गोल में नहीं बदल पाईं। टीम के लिए यह काफी चिंताजनक बात है कि मैच में भारत को कुल 14 पेनाल्टी कॉर्नर मिले, पर एक को भी गोल में नहीं बदला जा सका। मैच का एकमात्र गोल 57वें मिनट में कप्तान रानी रामपाल के पास पर नवनीत कौर ने किया।
बता दें कि ओलिंपिक के टर्फ पर भारतीय महिला हॉकी टीम की पिछले 41 साल में यह पहली जीत है। इससे पहले उसने अंतिम बार 1980 के मास्को ओलिंपिक खेलों में जीत दर्ज की थी।
इस जीत के साथ भारत के 4 मैचों में 3 अंक हो गए हैं। वह अपने पूल में 6 में से पांचवें स्थान पर है। भारत को अब अपना अगला मुकाबला दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलना है। भारत के लिए ओलिंपिक में क्वार्टर फाइनल के रास्ते अब भी खुले हैं। अगर भारत कल (शनिवार को) साउथ अफ्रीका से जीत जाता है और आयरलैंड अपना आखिरी ग्रुप मैच हार जाता है, तो क्वार्टर फाइनल का टिकट पक्का हो जाएगा।
पुरुष हॉकी में जापान को 5-3 से हराया
टोक्यो ओलंपिक में भारत की पुरुष हॉकी टीम ने पूल ए के आखिरी मैच में जापान को 5-3 से हरा दिया है। भारत को पूल मैचों में सिर्फ एक हार ऑस्ट्रेलिया से मिली। इसके अलावा भारतीय टीम ने ओलंपिक चैंपियन अर्जेंटीना सहित अपने सभी प्रतिद्वंद्वियों को मात दी। जापान के खिलाफ मैच की बात करें, तो भारत के लिए गुरजंट सिंह ने दो और हरमनप्रीत सिंह, शमशेर तथा नीलकांता शर्मा ने एक-एक गोल किया।
हरमनप्रीत सिंह इस ओलंपिक में 4 गोल कर चुके हैं।
भारत पहले ही क्वार्टर फाइनल में पहुंच चुका है।
आन सान ने मारा मैदान, दीपिका कुमारी का तोक्यो ओलिंपिक का सफर समाप्त
पदक की उम्मीद मानी जा रही दीपिका कुमारी की हार के साथ ही तीरंदाजी में भारत का पदक जीतने का सपना अधूरा रह गया। क्वार्टर फाइनल मुकाबले में दुनिया की नम्बर एक तीरंदाज दीपिका को दक्षिण कोरिया की आन सान ने 0-6 से मात दी।
क्वॉर्टर फाइनल में पहुंच पदक की आस जगाई थी
इससे पहले, दीपिका ने आज सुबह, यानी 30 जुलाई को प्री क्वार्टर फाइनल के बेहद कड़े मुकाबले में रूस ओलिंपिक कमिटी की क्सेनिया पेरोवा को मात देकर पदक की आस जगा दी थी। शूट आउट तक खिंचे मुकाबले में दोनों खिलाड़ी 2-2 सेट की बराबरी पर थीं। दीपिका ने पहला सेट जीता, लेकिन दूसरे सेट में हार गई। तीसरे सेट में उन्होंने फिर वापसी की। पांचवां सेट हारने के बाद दोनों खिलाड़ियों के 5-5 अंक हो गए और मुकाबला शूट आउट तक खींच गया।
क्सेनिया पेरोवा ने शूट-ऑफ में सात पर निशाना लगाया। दीपिका को जीत के लिए 8 या उससे ऊपर निशाना लगाना था। उन्होंने सीधा 10 पर निशाना लगाया और क्वॉर्टर-फाइनल में जगह बनाई। लेकिन क्वार्टर फाइनल में दीपिका आशानुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाईं और 0-6 से हार कर ओलंपिक से बाहर हो गईं।
साबले ने ओलिंपिक में नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया
भारत के अविनाश साबले ने Tokyo Olympics की 3000 मीटर स्टीपलचेस स्पर्धा में अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड बेहतर करते हुए अपनी हीट रेस में सातवां स्थान हासिल किया। साबले ने दूसरी हीट में 8:18.12 का समय निकाला और मार्च में फेडरेशन कप में बनाया 8:20.20 का अपना ही रेकॉर्ड तोड़ा। इसके बावजूद साबले का फाइनल में पहुंचना मुश्किल है, क्योंकि हर हीट से शीर्ष तीन और सारी हीट से शीर्ष छह खिलाड़ी ही फाइनल में पहुंचते हैं।
मनु भाकर दो अंको से चूकीं
शुक्रवार की सुबह एक निराशाजनक खबर शूटिंग कोर्ट से मिली। सुबह-सुबह हुए 25 मीटर पिस्टल महिला क्वालिफिकेशन रैपिड मुकाबले में पदक की उम्मीद भारत की मनु भाकर फाइनल में पहुंचने से चूक गई हैं। गुरुवार को क्वालिफिकेशन दौर में पांचवें स्थान पर रही मनु रैपिड के बाद 15वें स्थान पा रहीं। अंतिम 8 में पहुंचने के लिए उन्हें कम से कम 584 अंक बटोरने थे, लेकिन वे प्रिसिजन में 292 और रैपिड 290 के साथ कुल 582 अंक ही हासिल कर पाईं। अगर मनु अंतिम निशाने में 10 का टार्गेट बींध लेती तो वे फाइनल में पहुंच सकती थीं, लेकिन वे 8 पर ही निशाना लगा पाईं।
हरियाणा के झज्जर की रहने वाली मनु की हार के साथ ही पिस्टल शूटिंग में भारत का ओलंपिक अभियान खत्म हो गया है। इस स्पर्धा में राही सरनोबत पहले ही से बाहर हो गई थीं। वे प्रिसिजन में केवल 573 का स्कोर बना सकीं।
बता दें कि लगातार दूसरे ओलंपिक खेलों में भारत के पिस्टल निशानेबाज बिना पदक के लौट रहे हैं। सौरभ चौधरी एकमात्र भारतीय थे, जो Tokyo Olympics में पिस्टल शूटिंग स्पर्धा के फाइनल में पहुंच पाए। सौरभ, मनु भाकर और अभिषेक वर्मा जैसे खिलाड़ियों से काफी उम्मीद की जा रही थीं, लेकिन शायद ये ओलंपिक के दबाव सहन नहीं कर पाए। ओलंपिक शूटिंग में अब रायफल के कुछ इवेंट बाकी हैं।
पीवी सिंधू सेमीफाइनल में पहुंची
रियो ओलंपिक की सिल्वर मेडलिस्ट पीवी सिंधु महिला एकल बैडमिंटन के सेमीफाइनल में पहुंच गई हैं। उन्होंने क्वार्टर फाइनल के शानदार मुकाबले में जापान की अकाने यामागुची को सीधे गेम में हराया। 56 मिनट तक चला यह मुकाबला काफी कांटे का रहा, जिसमें सिंधु ने यामागुची को 21-13, 22-20 से मात दी। इस जीत से सिंधु ने सेमीफाइनल में जगह बना ली है। वे मेडल से एक जीत दूर हैं।
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