निजी कंपनियों द्वारा आधार के दुरुपयोग की आशंकाओं के बीच केन्द्र सरकार ने बीमा और शेयर बाजार से जुड़ी कंपनियों को केवाईसी (नो योर कस्टमर) के लिए आधार के इस्तेमाल की इजाजत दे दी है। शुरुआत में वित्त मंत्रालय ने 29 इंश्योरेंस कंपनियों और 9 स्टॉक एण्ड सिक्यॉरिटीज इकाइयों को आधार वेरिफिकेशन की अनुमति दी है। इसका मतलब है कि अब आपको बीमा खरीदने और शेयर बाजार में निवेश करने के वक्त अपना आधार नंबर वेरीफाई करवाना होगा, यानी इन कंपनियों के साथ अपना आधार नम्बर सांझा करना पड़ेगा। आपको बता दें कि आधार नंबर से निजी जानकारियों के गलत हाथों में जाने की शिकायतों के चलते सुप्रीमकोर्ट ने आधार के सीमित प्रयोग का सुझाव दिया था और बैंक खाता खुलवाने व मोबाइल सिम लेने सहित कई कार्यों के लिए आधार की अनिवार्यता खत्म कर दी थी। बहुत से लोगों का मानना है कि किसी की व्यक्तिगत जानकारियों को सार्वजनिक करना उसके निजता के मौलिक अधिकार का उल्लंघन है। ऐसे में, इस बात का क्या भरोसा कि इन कंपनियों के पास आधार नम्बर में दर्ज हमारी सूचनाएं पूरी तरह सुरक्षित रहेंगी। इसके बावजूद अब सरकार ने बीमा और शेयर मार्केट से जुड़ी कंपनियों को आधार प्रमाणीकरण सेवा के प्रयोग की अनुमति दी है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सरकार ने 23 अप्रैल को आधार की इजाजत देने वाला गजट नोटिफिकेशन किया है। इसके तहत जीवन और गैर-जीवन बीमा कंपनियों को मनी लांड्रिंग एक्ट 2002 की धारा 11 के तहत आधार प्रमाणीकरण सेवा की अनुमति दी गई है। इसका अर्थ है कि जनरल और लाइफ इंश्योरेंस के लिए बीमा कंपनियां आधार आइडेंटिफिकेशन सर्विस का प्रयोग कर सकती हैं। बीमा कंपनियां यह सेवा ‘नो युवर कस्टमर’ की प्रोसेस के तहत उपयोग कर सकेंगी।
सरकार का मानना है कि अब ये कंपनियां ई-केवाईसी कर सकेंगी। इससे केवाईसी करने की लागत घटेगी और छोटे व खुदरा निवेशकों को फायदा होगा, क्योंकि अब उन्हें केवाईसी के लिए कागजात पेश नहीं करने पड़ेंगे। सरकार के अनुसार उसका यह कदम निवेश और मनी लॉन्ड्रिंग पर रोक लगाने में भी कारगर साबित होगा। वित्त मंत्रालय ने यह भी कहा है कि आधार से सत्यापन स्वैच्छिक होगा और यदि कोई निवेशक परमानेंट अकाउंट नंबर (PAN) देता है तो उसके लिए आधार सत्यापन की जरूरत नहीं होगी। इससे उसके पास केवाईसी कराने के लिए विकल्प मौजूद रहेंगे।
आधार आइडेंटिफिकेशन के लिए अधिकृत 29 इंश्योरेंस कंपनियों में बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस, भारती एक्सा लाइफ इंश्योरेंस, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंस्योरेंस, एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस, एचडीएफसी एग्रो इंश्योरेंस और एसबीआई जनरल इंश्योरेंस आदि प्रमुख हैं।
आधार का इस्तेमाल करने वाली ‘स्टॉक एण्ड सिक्यॉरिटीज’ कंपनियां
बीएसई, नेशनल सिक्यॉरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL), सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड, सीडीएसएल वेंचर्स लिमिटेड, एनएसडीएल डेटाबेस मैनेजमेंट लिमिटेड, एनएसई डेटा एंट एनालिटिक्स लिमिटेड, सीएएमएस इंन्वेस्टर सर्विसेज लिमिटेड, कंप्यूटर एज मैनेजमेंट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड और लिंक इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड।