दिल्ली के निजी अस्पतालों में कोरोना वायरस का इलाज तीन गुना तक सस्ता हो गया है। नीति आयोग के नेतृत्व में गठित कमेटी की सिफारिश पर इलाज की नई दरें तत्काल प्रभाव सेलागू कर दी गई हैं। कमेटी का गठन गृह मंत्रालय ने किया था।
कमेटी ने पीपीई किट के साथ आइसोलेशन बेड्स के लिए आठ हजार से दस हजार रुपए तक चार्ज करने की बात की थी। इसके अलावा, बिना वेंटिलेटर के आईसीयू बेड का शुल्क 13000 से 15000 रुपए और वेंटिलेटर बेड के साथ 15000 – 18000 रुपए प्रतिदिन की दरों को लागू करने की सिफारिश की गई थी, जिसे मान लिया गया है। अभी प्राइवेट अस्पतालों में पीपीई किट को हटाकर सामान्य बेड 24000 – 25000, बिना वेंटिलेटर के आईसीयू बेड 34000 – 43000 और वेंटिलेटर बेड के साथ 44000 – 54000 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से कीमतें वसूली जा रही थीं।
गृह मंत्रालय के अनुसार, ‘दिल्ली के प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए इलाज के लिए नई दरें लागू कर दी गई हैं।’ गृह मंत्रालय ने कहा कि दिल्ली के 242 कंटेनमेंट ज़ोन में 18 जून से घर-घर जाकर स्वास्थ्य सर्वे का काम पूरा किया गया है। कुल 2.3 लाख लोगों का सर्वे किया गया है।’
इसके अलावा, गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि दिल्ली में सैंपल की टेस्टिंग दोगुनी कर दी गई है। उन्होंने कहा कि राजधानी में 15 जून से 17 जून तक 3 दिन कुल 27,263 सैंपल इकट्ठे किए गए, जबकि पहले हर दिन 4,000- से 4,500 के बीच सैंपल इकट्ठे किए जा रहे थे।