मूल रूप से हरियाणा के निवासी व हरियाणा फिल्म विकास बोर्ड के चेयरमैन थे कौशिक
जाने माने फिल्म अभिनेता, निर्देशक और निर्माता Satish Kaushik ने 67 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया है। उन्होंने 8 मार्च की रात को अंतिम सांस ली। दिन में ही उन्होंने जमकर होली खेली थी। हरियाणा फिल्म प्रमोशन बोर्ड के चेयरमैन रहे Satish Kaushik के आकस्मिक निधन से पूरा फिल्म जगत स्तब्ध है।
मशहूर अभिनेता Anupam Kher ने ट्वीट के माध्यम से उनके निधन की खबर सांझा करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने लिखा, “जानता हूँ कि मृत्यु ही इस दुनिया का अंतिम सच है! पर ये बात मैं जीते जी कभी अपने जिगरी दोस्त #SatishKaushik के बारे में लिखूँगा, ये मैंने सपने में भी नहीं सोचा था। 45 साल की दोस्ती पर ऐसे अचानक पूर्णविराम !! Life will NEVER be the same without you SATISH ! ओम् शांति!”
अभिनेत्री Kangna Ranaut ने ट्वीट किया कि वे एक बुरी खबर के साथ सोकर उठी हैं। उन्होंने Satish ji को श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें अपना सबसे बड़ा चीयर लीडर बताया। उन्होंने लिखा कि वे एक सफल अभिनेता, सफल निर्देशक और बेहतरीन व्यक्तित्व के धनी थे। Kangna ने फ़िल्म इमरजेंसी के दौरान उनके साथ बिताए समय का ज़िक्र करते हुए कहा कि फ़िल्म में उनके Direction का तरीका उन्हें बहुत पसंद आया।
अभिनेता Yashpal Sharma ने अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए फेसबुक पे लिखा, “कैसे भरोसा कर लूँ कि ये इंसान आज नहीं है। अभी तो मिला था Rajesh Amarlal Babbar के साथ …. हँसता खिलखिलाता होली खेलता ख़ुशियाँ बाँटता ये इंसान …. जीवन क्या रंग दिखाता है … कितनी योजनाएँ, भविष्य की बातें डिस्कस हुए दादा लखमी को लेकर, छोरियाँ को लेकर, पगड़ी को लेकर, सतरंगी को लेकर, हरियाणा फ़िल्म को लेकर, हरियाणवी सिनेमा को लेकर …… कि गाँव गाँव में इनके शो करवाना है …मैं निशब्द हूँ …. हमने एक उम्दा अभिनेता, निर्देशक, प्रोड्यूसर, एक अच्छा इंसान खो दिया। बस अब तो यही कह सकता हूं कि जहां भी रहो बड़े भाई सुकून से रहो …. RIP.”
बता दें कि Satish Kaushik का जन्म 13 अप्रैल 1956 Haryana के महेन्द्रगढ़ ज़िले में हुआ था और वे Haryana तथा हरयाणवी सिनेमा से बेहद लगाव रखते थे। उन्होंने हिंदी फिल्मों में अभिनेता, निर्देशक, निर्माता और स्क्रिप्ट राइटर के तौर पर पर एक लंबी पारी खेली। वे अपने समय के जाने माने हास्य कलाकार रहे हैं। उन्होंने हरयाणवी फिल्मों में भी काम किया। उनकी बनाई आखिरी हरयाणवी फिल्म ‘छोरियां छोरों से कम नहीं होती’ थी, जिसमें उन्होंने अनेक स्थानीय कलाकारों को ब्रेक दिया। फिल्मों में आने से पहले उन्होंने theatre भी किया।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने उनके निधन पर गहरा दुःख जताते हुए उन्हें एक बेहतरीन कलाकार व उम्दा इंसान बताया। उन्होंने कहा कि फिल्म जगत में Satish Kaushik के अतुलनीय योगदान को देखते हुए राज्य सरकार ने हरियाणवी फिल्मों के माध्यम से प्रादेशिक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए उन्हें हरियाणा फिल्म प्रमोशन बोर्ड का चेयरमैन नियुक्त किया था। Satish Kaushik ने चैयरमैन रहते हुए हरियाणवी फिल्मों को निरंतर बढ़ावा दिया। हरियाणवी संस्कृति को प्रोत्साहन देने में उनका योगदान अविस्मरणीय है और हरियाणा को फिल्मी क्षितिज पर पहुंचाने के लिए भी उनका प्रयास हमेशा प्रशंसनीय रहेगा। उन्होंने हरियाणा को फिल्मी मानचित्र पर पहुंचाने के लिए जो योगदान दिया है, उसके लिए उन्हें हमेशा याद रखा जाएगा।
फिल्म अभिनेता के रूप में Satish Kaushik को 1987 में आई फिल्म मिस्टर इंडिया के कैलेंडर से पहचान मिली थी। इसके बाद उन्होंने 1997 में दीवाना मस्ताना में पप्पू पेजर का किरदार निभाया था। Satish Kaushik को 1990 में राम लखन के लिए और 1997 में साजन चले ससुराल के लिए सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता का फिल्मफेयर पुरस्कार मिल चुका है।
उनके परिवार में पत्नी शशि कौशिक, बेटी वंशिका कौशिक और बेटा शानू कौशिक हैं।
– अविनाश सैनी।