ब्राज़ील को 1-0 से हराकर 28 साल बाद जीता खिताब
कप्तान मेसी ने देश के लिए पहला बड़ा खिताब जीता
सारी दुनिया। अर्जेंटीना ने चिरप्रतिद्वंद्वी ब्राज़ील को हराकर 28 साल बाद Copa America Football Cup का खिताबी मुकाबला जीत लिया है। रियो डी जिनेरियो में 11 जुलाई को भारतीय समयानुसार सुबह-सुबह हुए इस मुकाबले में अर्जेंटीना ने ब्राजील को 1-0 से हराया। अर्जेंटीना की ओर से एकमात्र गोल एंजल डी मारिया ने खेल के 22वें मिनट में किया। सन 1993 के बाद यह पहला मौका है जब अर्जेंटीना ने कोपा अमेरिका फुटबॉल कप जीता है। हालांकि उसने 15वीं बार कोपा अमेरिका का खिताब हासिल किया है, जो कि एक रिकॉर्ड है। उरुग्वे भी 15 बार यह ट्रॉफी जीत चुका है, जबकि ब्राज़ील 9 बार ही यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट जीत पाया है।
इस जीत के साथ ही अर्जेंटीना का 13 साल से चला आ रहा खिताब का सूखा भी खत्म हो गया। अर्जेंटीना ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय खिताब 23 अगस्त 2008 को जीता था। तब उसने बीजिंग ओलंपिक में नाइजीरिया को 1-0 से हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। अर्जेंटीना ने 2004 एथेंस ओलंपिक में भी फुटबॉल का गोल्ड अपने नाम किया था। उससे पहले उसने 1993 में कोपा अमेरिका और उसी साल इंटरनेशनल कप ऑफ नेशंस भी जीता था।
ओवरऑल बात करें तो यह अर्जेंटीना का 22वां अंतरराष्ट्रीय खिताब है। अर्जेंटीना ने 2 बार फीफा वर्ल्ड कप, 2 बार ओलंपिक गोल्ड और एक-एक बार पैन अमेरिकन चैंपियनशिप, इंटरनेशनल कप ऑफ नेशंस और फीफा कनफेडेरशंस कप जीते हैं।
मेसी की कप्तानी में पहला बड़ा टूर्नामेंट जीता
क्लब फुटबाल में अनेक सफलता हासिल कर चुके लियोनल मेसी अपने देश के लिए अभी तक कोई बड़ा टूर्नामेंट नहीं जीत पाए थे। उनकी कप्तानी में अर्जेंटीना 2015 और 2016 में, दो बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचा था, लेकिन दोनों ही बार उसे खिताब से महरूम होना पड़ा। मेसी के लिए यह खिताब जीतना काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस बार अपनी कप्तानी में देश के लिए खिताब जीतने का उनका सपना साकार हो पाया है। यह मुकाबला इसलिए भी खास था, क्योंकि भिड़ंत अर्जेंटीना और ब्राज़ील के बीच ही नहीं, दुनिया के दो बेहतरीन स्ट्राइकर मेसी और नेमार के बीच भी था। बेशक मैच में दोनों हो गोल नहीं कर पाए, पर मेसी देश के लिए खिताब जीतकर अव्वल साबित हुए। इस जीत से मेसी का अंतरराष्ट्रीय खिताब के लिए भी 16 साल से ज्यादा समय का इंतजार खत्म हुआ है। अपने 16 साल के करियर के शुरुआती दिनों में मेसी ने सीनियर इंटरनेशनल ट्रॉफी जीती थी। उसके 151 मैच बाद अब उन्हें पहली अंतरराष्ट्रीय खिताबी जीत मिली है।
शायद यही कारण रहा कि मैच का अंत काफी भावुक करने वाला था। मैच खत्म होने के बाद मेसी की आंखों में आंसू थे। वे घुटने के बल बैठ गए और हाथों से अपने चेहरे को ढक लिया। इसके बाद टीम के अधिकतर साथी जश्न मनाने के लिए उनकी ओर दौड़े और उन्हें हवा में उछाल दिया। पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान मेसी ने ट्रॉफी को चूमा और फिर हवा में उठा दिया।
मेसी ने टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने टूर्नामेंट में कुल चार गोल किए और पांच गोल करने में मदद की। दोनों ही मामलों में वे टॉप पर रहे। फाइनल मैच में भी उन्हें 88वें मिनट में गोल करने का शानदार मौका मिला था। उन्हें सिर्फ ब्राजील के गोलकीपर को छकाना था, लेकिन एडरसन ने उन्हें रोक दिया।
ब्राजील की बात करें, तो उसकी टीम ने टूर्नामेंट के पिछले पांचों मुकाबले जीते थे और सभी में गोल दागे थे। टूर्नामेंट में ब्राजील के खिलाफ फाइनल में दागा गया सिर्फ तीसरा गोल था। यही एकमात्र मैच था, जिसमें ब्राज़ीली खिलाड़ी गोल नहीं कर पाए।