कोरोना के डर के बावजूद बाबा मस्तनाथ की स्मृति में आयोजित तीन दिवसीय मेले में लाखों श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा। रोहतक स्थित अस्थल बोहर मठ परिसर में मेले की शुरुआत नागा साधुओं की अगुवाई में रैबारी समाज समाज द्वारा बाबा मस्तनाथ की पूजा अर्चना से हुई। इस दौरान सुबह से रात तक बाबा की समाधि के दर्शनों के लिए भक्तों की लंबी कतार लगी रही। मेले में निरंतर लड्डू, बालूशाही, जलेबी और आलू-पूरी का लंगर चलता रहा। श्रद्धालुओं ने खरीददारी के साथ-साथ झूलों का भी खूब आनंद लिया। समाधि स्थल श्रद्धालुओं ने काला कंबल व प्रसाद चढ़ाकर मन्नते मांगी। बहुत सारे लोगों ने यहां कोरोना वैक्सीन भी लगवाई।
23 मार्च को मेले के आखिरी दिन एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे। इस दिन शाम को हुआ दंगल मेले का प्रमुख आकर्षण रहा। इसके अलावा बैंड की धुन पर नागा साधुओं भी ने जमकर नृत्य किया। गद्दीनशीन मंहत बालक नाथ योगी (एमपी, अलवर) ने श्रद्धालुओं को आर्शीवाद दिया। बाबा मस्तनाथ आयुर्वेदिक चिकित्सा संस्थान की ओर से मेले में मेडिकल कैंप लगाया गया जिसमें हजारों लोगों ने नेत्र, हड्डी रोग, फिजियोथेरेपी , डेंटल, मेडिसिन और सर्जरी रोग के विशेषज्ञों से सलाह लेकर निशुल्क दवा प्राप्त की।
बता दें कि बाबा मस्तनाथ मठ 8वीं शताब्दी से आपसी प्रेम, इंसानियत और मानव कल्याण का संदेश देता आ रहा है। मेले की शुरुआत 302 साल पहले हुई थी। कहते हैं कि गुरु गोरक्षनाथ के शिष्य मस्तनाथ (भक्त पूर्ण मल) ने यहां रहकर तपस्या की थी और यहीं पर ब्रह्मलीन हुए थे। उन्हीं की याद में हर साल फाल्गुन मास की सप्तमी, अष्टमी और नवमी को मेला लगता है, जिसमें नाथ सम्प्रदाय के साधु और देश-विदेश से भक्तगण भाग लेते हैं। यह स्थान साधना, विश्व शांति और समृद्धि की त्रिवेणी का संगम है। मठ से जुड़े संतों ने धर्म के साथ-साथ स्वतंत्रता संग्राम, समाज कल्याण, स्वास्थ्य, शिक्षा, संस्कृति आदि हर क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभाई है। यहां पुरातात्विक महत्व का संग्रहालय है, जिसमें यौधेयकालीन सिक्के, बर्तन, मूर्तियां और शिलालेख संग्रहित हैं। मठ परिसर में अक्षरधाम मंदिर की तर्ज पर विशाल मंदिर भी बनाया जा रहा है। स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान के लिए मठ के ब्रह्मलीन महंत योगी चांद नाथ का विशेष योगदान रहा है।
सांसदों-विधायकों ने मत्था टेक विश्व शांति के लिए मांगी दुआ
मस्तनाथ मठ में मेले के अवसर पर हरियाणा बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, घाना के एंबेसडर, जोनपुर से सांसद श्याम यादव, मणिपुर से सांसद डॉ. राजकुमार रंजन, सीमा त्रिखा विधायक, आंनद कौशिक विधायक, राज्यमंत्री ओपी यादव, संजय शर्मा विधायक अलवर, लक्ष्मण सिंह विधायक, पूर्व विधायक किशनगढ़ रामहेत यादव, ज्वाइंट कमीश्नर गुडगांव सुमित कुमार, मेयर मनमोहन गोयल, भाजपा नेता सत्यभान, एलपीएस बोसार्ड के जीएम राजेश जैन, एम्स से डाक्टर राजकुमार, इंडस्ट्रियलिस्ट अनिल अग्रवाल सहित अनेक गणमान्य लोगों ने मंहत बालक नाथ का आर्शीवाद लिया। शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर, अंबाला विद्यायक असीम गोयल, राजस्थान से सांसद राजेंद्र गहलोत ने भी विश्व शांति के लिए दुआ मांगी।
सोमवीर पहलवान ने जीता एक लाख 52 हजार रुपए का दंगल
कुश्ती-दंगल की पहली पहली कुश्ती एक लाख रुपए के लिए काला सिसाना और भोला पहलवान के बीच खेली गई। उसके बाद फाइनल कुश्ती सोमवीर और अमन के बीच हुई। इसमें सोमवीर पहलवान ने जोर दिखाते हुए एक लाख 52 हजार रुपए का पहला ईनाम जीता।
मठ में धूनी रमाए, जटाएं लटकाए व शरीर पर राख लगाए बैठे रहने वाले नागा बाबा इस मेले का विशेष आकर्षण होते है। इस बार भी इन बाबाओं को देखने के लिए भक्तों की अपार भीड़ उमड़ी। नागा साधुओं को देखने और उनका आशीर्वाद लेने के लिए युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक का निरंतर तांता लगा रहा।