शहरों की तर्ज पर हरियाणा के ग्रामीण क्षेत्रों में भी गरीब व मध्यम वर्ग के लिए कॉलोनियां विकसित की जाएंगी। इस कड़ी में पहली मॉडल कॉलोनी पानीपत जिला के गांव ईसराना में बनाई जाएगी। यह फैसला उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की अध्यक्षता में हुई ‘हरियाणा ग्रामीण विकास प्राधिकरण’ की पांचवी बैठक में लिया गया।
उपमुख्यमंत्री एवं विकास एवं पंचायत विभाग के प्रभारी दुष्यंत चौटाला के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्र से शहरों की तरफ होने वाले पलायन को रोकने के लिए राज्य सरकार देहात में पंचायती जमीन पर कॉलोनियां बनाने की योजना बना रही है। इन कॉलोनियों में शहरों की तर्ज पर योजनाबद्घ ढंग से मकान व अन्य सुविधाएं विकसित की जाएंगी। सरकार की इस योजना से मध्यम व गरीब श्रेणी के लोगों को अपने गांव में ही सस्ती दरों पर रहने की बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी। कॉलोनियों की प्लानिंग जहां टाऊन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग तैयार करेगा वहीं आधारभूत ढ़ांचा ‘हरियाणा ग्रामीण विकास प्राधिकरण’ द्वारा बनाया जाएगा। चौटाला ने बताया कि पहली मॉडल कॉलोनी पानीपत जिला के गांव ईसराना में विकसित की जाएगी। उसके बाद राज्य के अन्य गांवों में भी इस दिशा में कदम उठाए जाएंगे।
डिप्टी सीएम ने बताया कि इस कॉलोनी में 60 प्रतिशत मकान ईसराना निवासियों को और 40 प्रतिशत मकान खुली बोली से दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत ने इस आशय का प्रस्ताव पास करके राज्य सरकार को भेजा है। उन्होंने कहा कि ईसराना में बनने वाली कॉलोनी का पानीपत के औद्योगिक क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों व कर्मचारियों को काफी फायदा होगा। उन्होंने कहा कि पानीपत में मकानों की कीमत ग्रामीण क्षेत्र से कहीं अधिक है। ऐसे में, पानीपत में नौकरी करने वाले मजदूर और कर्मचारी ईसराना की कॉलोनी में मकान लेकर आसानी से अपने काम पर आ-जा सकते हैं।