प्रदेश में लगातार दूसरे दिन भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। शुक्रवार, 19 जून को तड़के 5:37 बजे जब अचानक धरती में हलचल हुई, तब अधिकतर लोग नींद में थे। इससे एक दिन पहले भी सुबह 4 बजे के करीब इसी तरह के झटके महसूस किए गए थे। गुरुवार को आए भूकंप की तीव्रता 2.1 मापी गई थी, जबकि नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, शुक्रवार को 2.3 की तीव्रता का भूकंप आया। दोनों ही बार भूकंप का केन्द्र रोहतक से 15 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में रहा। इससे पहले, 29 मई को भी रोहतक भूकंप का केंद्र बना था। तब दिल्ली-एनसीआर में एक के बाद एक, भूकंप के दो झटके महसूस हुए थे। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.6 मापी गई थी।
आपको बता दें कि दिल्ली-एनसीआर और आसपास के इलाकों में पिछले कुछ महीनों में लगातार भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं, जिससे इन क्षेत्रों में दहशत का माहौल बना हुआ है। अप्रैल से 29 मई के बीच भी दिल्ली-एनसीआर ने चार बार भूकंप के झटके झेले हैं। इस क्षेत्र में पहली बार 13 अप्रैल को 3.5 की तीव्रता वाल भूकंप आया था। इसका केन्द्र दिल्ली-एनसीआर में जमीन के 8 किलोमीटर नीचे था। ठीक उसके अगले दिन, यानी 14 अप्रैल को पुनः कम तीव्रता वाला भूकंप आया, जिसकी तीव्रता रिएक्टर स्केल पर 2.7 मापी गई। इसके बाद 10 मई को भी दिल्ली के आसपास 3.5 की तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इसके 5 दिन बाद ही, 15 मई को 2.2 की तीव्रता के भूकंप ने एक माह के अंतराल में चौथी बार दिल्ली-एनसीआर को दहलाया।