12 अप्रैल से 31 जुलाई तक होंगी 3.29 लाख मौतें – अमेरिकी वैज्ञानिक
दिल्ली हाई कोर्ट ने आईआईटी की रिपोर्ट पर केंद्र और दिल्ली सरकार से किया कड़ा सवाल
सारी दुनिया। आईआईटी कानपुर और हैदराबाद के वैज्ञानिकों का अनुमान है कि मामलों में कमी आने से पहले मध्य मई तक उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 10 लाख तक की वृद्धि हो सकती है। अपने गणितीय मॉडल के आधार पर विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में कोरोना महामारी की दूसरी लहर 11 से 15 मई के बीच चरम पर होगी। उस समय देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 33 से 35 लाख तक पहुंच सकती है और इसके बाद मई के अंत तक मामलों में तेजी से कमी आएगी।
कुछ इसी तरह की आशंका एक अमेरिकी विश्वविद्यालय द्वारा जारी रिपोर्ट में भी जताई गई है। वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स ऐंड इवैल्युएशन (IHMI) द्वारा 15 अप्रैल को प्रकाशित एक रिसर्च स्टडी में दावा किया गया है कि भारत में मध्य मई में प्रतिदिन औसतन 5,600 कोरोना मरीजों की मौत होंगी। रिपोर्ट के अनुसार, स्थिति पर काबू नहीं पाया गया तो अप्रैल से अगस्त के बीच कोरोना संक्रमण से करीब तीन लाख लोग अपनी जान गंवा देंगे। दावा है कि 10 मई को डेली डेथ रेट 5,600 तक पहुंच जागा जबकि 12 अप्रैल से 31 जुलाई के बीच 3 लाख 29 हजार मौतें होंगी। इस तरह, 31 जुलाई तक भारत में करीब 6 लाख 65 हजार मरीजों की मृत्यु होने का अनुमान है।

इसी बीच, दिल्ली हाई कोर्ट ने अस्पतालों को ऑक्सीजन की आपूर्ति के मुद्दे पर तल्ख रवैया अपनाते हुए कहा है कि जिस किसी ने ऑक्सीजन की आपूर्ति को रोका या रोकने की कोशिश की, उसे टांग दिया जाएगा। जस्टिस विपिन सांघी और जस्टिस रेखा पल्ली की बेंच ने कोविड-19 महामारी के भविष्य में और भयावह होने की आशंका पर केंद्र और दिल्ली सरकार से कड़े सवाल किए हैं। हाई कोर्ट ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि 15 मई के आसपास देश में कोरोना की सूनामी आ जाएगी। इस रिपोर्ट के हवाले से हाई कोर्ट ने पूछा है कि केंद्र और दिल्ली की सरकारों ने संभावित सूनामी से जनता को बचाने के लिए क्या तैयारियां की हैं या कर रही हैं?
दिल्ली उच्च न्यायालय ने अग्रसेन अस्पताल की याचिका की सुनवाई करते हुए कहा कि देश में अब भी कोरोना की सूनामी चल रही है, भले ही हम इसे दूसरी लहर कह रहे हैं। हाई कोर्ट ने कहा, “यह लहर नहीं, सूनामी है।” आईआईटी की रिपोर्ट का हवाला देकर हाई कोर्ट ने पूछा, “मध्य मई तक मामलों की सूनामी आने वाली है तो दिल्ली सरकार ने किस तरह के कदम उठाए हैं उसे कंट्रोल करने के लिए?” कोर्ट ने सरकार से कहा, “आपको मौतों पर नियंत्रण रखना होगा।” ऑक्सीजन की आपूर्ति रोके जाने की खबरों पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा कि जो भी ऐसा करेगा, उसे टांग दिया जाएगा।