
देश में कोरोना वायरस लगातार बढ़ते प्रकोप पर एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने फिर से कठोर कदम उठाने और हॉटस्पॉट्स के अंदर लॉकडाउन लगाए जाने का सुझाव दिया है।
लॉकडाउन पर बात करते हुए डॉक्टर गुलेरिया ने कहा, ‘हम पूर्ण रूप से लॉकडाउन लागू नहीं कर सकते तो मिनी कंटेनमेंटजोन बनाना बेहद जरूरी है।’ उन्होंने कहा कि कोरोना के नए मामलों में महाराष्ट्र समेत 10 राज्य ऐसे हैं जो चिंता का विषय बने हुए हैं। महाराष्ट्र में कोरोना से लड़ने के लिए नाईट कर्फ्यू और साप्ताहिक लॉकडाउन लगाया है।
पूर्ण लॉकडाउन के बारे में सवाल पूछने पर डॉक्टर गुलेरिया ने जवाब दिया, ‘पूरे देश में लॉकडाउन को महामारी से निपटने का सही तरीका नहीं बताया जा रहा। पूर्ण लॉकडाउन से न सिर्फ अर्थव्यवस्था पर असर पड़ेगा बल्कि प्रवासी मजदूरों को भी दिक्कतें झेलनी पड़ जाएंगी। इसलिए अभी 10 राज्यों में ही आंशिक लॉकडाउन लगाया गया है।’
एम्स चीफ ने कहा कि पिछले साल चरणबद्ध तरीके से हटाए गए कंटेनमेंट जोन को फिर से लागू करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ज्यादा जरूरत वाले इलाके में इन्हें लागू किया जाना चाहिए। ये कंटेनमेंट जोन मिनी लॉकडाउन की तरह होंगे, जहां कोई आवाजाही नहीं हो सकेगी। इसके अलावा उन्होंने सुझाव दिया कि टेस्टिंग और ट्रेसिंग पर ज्यादा जोर देना होगा और मरीजों के करीब रहने वाले हर व्यक्ति का कोरोना टेस्ट कराना होगा।
आपको बता दें कि कोरोना को लेकर देश के हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। महामारी की दूसरी लहर आने के बाद 5 मार्च को देश में पहली बार दैनिक मामलों की संख्या 1 लाख से पार हो गई। इसी पर बात करते हुए एम्स के मुखिया ने एक नई रणनीति बनाने की जरूरत पर जोर दिया है।