मशहूर हार्ट स्पेशलिस्ट और गुड़गांव स्थित मेदांता मेडिसिटी अस्पताल के चेयरमैन डॉ. नरेश त्रेहन पर भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में एफआईआर दर्ज की गई है। सिविल कोर्ट के आदेश के बाद गुरुग्राम पुलिस ने डॉ. त्रेहन के खिलाफ 6 जून को यह कार्यवाही की। मामले में मेदांता अस्पताल तथा डॉ. त्रेहन के 52 सहयाेगियाें को भी आरोपी बनाया गया है। गुड़गांव सदर के एसीपी अमन यादव का कहना है कि मनी लाॅन्ड्रिंग एक्ट और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत जांच जारी है। एफआईआर में सुनील सचदेवा, अतुल पुंज, अनंत जैन, ग्लोबल हेल्थ प्राइवेट लि., ग्लोबल इंफ्राकॉम प्रा. लि. और पुंज लॉयड के नाम शामिल हैं।
आपको बता दें कि आरटीआई कार्यकर्ता रमन शर्मा ने डॉ. त्रेहन और अन्यों पर सरकार से प्राप्त अनुदान की शर्तों का पालन न करने का आरोप लगाते हुए तीन दिन पूर्व अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायालय में जनहित याचिका दायर की थी। इस पर काेर्ट ने 24 घंटे के अंदर एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया था। शर्मा ने आरोप लगाया है कि मेदांता अस्पताल में एक मेडिकल कॉलेज, अनुसंधान केंद्र, नर्सिंग स्टाफ क्वार्टर, मरीजों और उनके तीमारदारों के लिए गेस्ट हाउस सहित कई अन्य सुविधाएं स्थापित करने की योजना थी। इसकी एवज में आरोपियों ने दिल्ली के नजदीक बेशकीमती 53 एकड़ जमीन कोड़ियों के भाव हासिल करते हुए करीब एक हजार कराेड़ रुपए का अनुदान हासिल किया। लेकिन प्रमोटर ने यहां केवलमात्र एक अस्पताल बनाया, बाकी सुविधाएं विकसित नहीं कीं। उन्होंने कहा कि 2014 में स्थानीय लोगों से जमीन का अधिग्रहण किया गया था, लेकिन बाद में अधिकारियों ने मेदांता और डॉक्टर के पक्ष में नियमों को तोड़-मरोड़ दिया था।
इधर, मेदांता अस्पताल ने रमन शर्मा के तमाम आरोपों को नकारते हुए उन्हें बेबुनियाद बताया है। अस्पताल ने एक बयान जारी करके जमीन हासिल करने में भ्रष्टाचार के आरोपों का सिरे से खंडन किया है। बयान में कहा गया है कि एक व्यक्ति ने सुर्खियों में आने के लिए बिना अपने दावों की जांच किए गैरजिम्मेदाराना और ओछे आरोप लगाए हैं। उसने इससे पहले भी 2 बार दिल्ली की अदालतों में केस दर्ज करवाने की कोशिश की थी, लेकिन नाकाम रहा। जांच के बाद पटियाला हाउस कोर्ट तथा दिल्ली उच्च न्यायालय ने उसकी शिकायत को खारिज कर दिया था। अब उसने महत्वपूर्ण जानकारियों को छिपा कर यह आदेश प्राप्त किया है। उन्होंने कहा कि 2015 में जबरन वसूली की एक शिकायत में शर्मा का नाम आ चुका है।