कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों तथा बच्चों और बीमारों पर इसके घातक प्रभावों की चेतावनी के बावजूद हरियाणा में स्कूलों को खोलने की तैयारियां की जा रही हैं। इस संबंध में शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने जानकारी देते हुए कहा है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार प्रदेश सरकार अपने आप स्कूल खोलने का निर्णय ले सकती है। इसी के मद्देनजर हरियाणा में जुलाई से स्कूल खोलने का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टनसिंग का ख्याल रखते हुए शुरुआत में बड़ी कक्षाओं, जैसे 10वीं, 11वीं और 12वीं की कक्षाएं लगेंगी। यही नहीं, स्कूलों को दो शिफ्ट में चलाया जाएगा और आधे बच्चे सुबह और आधे बच्चे शाम की शिफ्ट में बुलाए जाएंगे। यह भी संभव है कि आधे बच्चे एक दिन और आधे अगले दिन बुलाए जाएं।
शिक्षामंत्री के अनुसार इस फॉर्मूले को भी पहले 4 से 5 स्कूलों में लागू कर के देखा जाएगा। उचित परिणाम आने पर यह योजना अन्य स्कूलों में लागू की जाएगी। इसके बाद कक्षा छठी से लेकर नौंवीं तक के स्कूल खोले जाएंगे और अंत में छोटी कक्षाएं शुरू की जाएंगी।
आपको बता दें कि स्कूलों को खोलने को लेकर 3 जून को ही शिक्षा विभाग ने एक पत्र जारी किया है। इसमें जिला शिक्षा अधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी बनाने और सभी हितभागियों से सलाह-मशविरा करके 7 जून तक अपनी रिपोर्ट भेजने को कहा गया है। कमेटी में अधिकारियों, सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के प्रधानाचार्यों, अभिभावकों, अध्यापक संगठनों के प्रतिनिधियों और मीडियाकर्मियों को शामिल करने की बात की गई है। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर ही सरकार केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय को अपनी सिफारिश भेजेगी।
मीडिया से बात करते हुए गुर्जर ने कहा कि दसवीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 8 जून को घोषित किया जाएगा।