चंडीगढ़। हरियाणा के सहकारिता एवं जन स्वास्थ्य मंत्री Doctor Banwari Lal ने राज्य के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में चिकित्सकों की कमी की बात को स्वीकार किया है। विधानसभा के बजट सत्र में एक सवाल का जवाब देते हुए डॉक्टर बनवारी लाल ने कहा कि पूरे प्रदेश में doctors की कमी है जिसे स्टेट लेवल पर कैडर बनाकर पूरा करने के प्रयास किए जा रहे है।
सहकारिता मंत्री ने प्रश्नकाल के दौरान विधायक आफताब अहमद द्वारा पूछे गए प्रश्न के उत्तर में जानकारी दी कि राज्य के राजकीय चिकित्सा महाविद्यालयों में doctors के 9047 स्वीकृत पद हैं व 4679 पद रिक्त हैं। इसके लिए एचपीएससी को भी प्रस्ताव भेजा गया है। इनमें से कुछ पदों को भरने के लिए इंटरव्यू भी लिए जा चुके हैं। भर्ती प्रक्रिया जारी है।
उन्होंने बताया कि पीजीआईएमएस रोहतक में doctors के स्वीकृत पद 5144 व रिक्त पद 2385 हैं। केसीजीएमसी करनाल में 944 स्वीकृत पद व 459 रिक्त पद हैं। इसी प्रकार, एसएसकेएमजीएमसी नलहर में 1062 स्वीकृत पद व 670 रिक्त पद हैं। उन्होंने बताया कि बीपीएसजीएमसी सोनीपत में 1019 स्वीकृत पद व 473 रिक्त पद हैं। सबवीजीएमसी फरीदाबाद में 878 स्वीकृत पद व 692 रिक्त पद हैं।
डॉक्टर बनवारी लाल ने बताया कि शहीद हसन खां मेवाती चिकित्सा महाविद्यालय में कार्यरत doctors तथा अन्य कर्मचारियों का विशेष मेवात भत्ता बंद नही किया गया है। अभी तक यह भत्ता doctors को दिया जा रहा था। अब यह भत्ता ग्रुप ए बी सी डी के उन कर्मचारियों को देने का प्रस्ताव विचाराधीन है, जो मेवात जिले के नहीं हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों को अब 10 प्रतिशत बेसिक प्लस डी ए का प्रस्ताव बनाया गया है जिसकी मुख्यमंत्री से अनुमति मिल चुकी है और वित्त विभाग से जल्द ही इसकी मंजूरी मिल जाएगी। यह भत्ता सितंबर 2022 तक मिला है, इसके बाद का एरियर दिया जाएगा।