न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर से पीड़ित बॉलीवुड अभिनेता इरफ़ान ख़ान का निधन हो गया है। कल, 28 अप्रैल को तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया था, जहां आज उनका निधन हो गया। वे पिछले साल ही लंदन से इलाज करवाकर लौटे थे। वापिस लौटने के बाद वे कोकिलाबेन अस्पताल के डॉक्टरों की देखरेख में ही ट्रीटमेंट और रुटीन चेकअप करवा रहे थे। उनके निधन से कई फिल्मों के निर्माण पर विपरीत असर पड़ेगा।
इतनी गंभीर बीमारी के बावजूद वे लंदन से लौटते ही अपनी अधूरी पड़ी फिल्मों को पूरा करने में जुटे हुए थे। हाल ही में उनका एक भावनात्मक ट्वीट काफी वायरल हुआ था, “ज़िंदगी में अचानक कुछ ऐसा हो जाता है, जो आपको आगे लेकर जाता है। मेरी ज़िंदगी के पिछले कुछ दिन ऐसे ही रहे हैं। मुझे न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर नाम की बीमारी है। लेकिन, मेरे आसपास मौजूद लोगों के प्यार और ताक़त ने मुझमें उम्मीद जगाई है।”
सहज और जीवंत अभिनय के लिए फिल्म इंडस्ट्री में अपनी अलग जगह बनाने वाले 54 वर्षीय इरफ़ान को दो साल पहले मार्च 2018 में अपनी बीमारी का पता चला था। इरफ़ान ने अपने चाहने वालों के साथ ख़ुद ही ये ख़बर शेयर की थी। बीमारी के बारे में पता चलते ही वे इलाज के लिए लंदन चले गए थे। वहां करीब एक वर्ष तक इलाज करवाने के बाद वे मार्च 2019 में भारत लौटे थे और लगातार काम में लगे हुए थे।
बताया जाता है कि फ़िल्म ‘अंग्रेज़ी मीडियम’ के दौरान भी उनकी तबीयत बिगड़ जाती थी। कई बार तो पूरी यूनिट को शूट रोकना पड़ता था और जब इरफ़ान बेहतर महसूस करते थे, तब शॉट लिया जाता था। बीमारी के बावजूद काम को लेकर उनके समर्पण और जुनून तथा उनकी जिंदादिली को फिल्म इंडस्ट्री ही नहीं, पूरे कला जगत में लंबे समय तक याद रखा जाएगा।
आपको बता दें कि हाल ही में इरफ़ान ख़ान की मां सईदा बेगम का भी जयपुर में निधन हो गया था। लॉकडाउन की वजह से इरफ़ान अपनी मां की अंतिम यात्रा में शरीक नहीं हो पाए थे। ख़बर है कि उन्होंने वीडियो कॉल के ज़रिए ही मां के जनाज़े में शिरकत की थी।