केन्द्र सरकार ने गजट नोटिफिकेशन के द्वारा मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव यूनियन के जयप्रकाश कौशिक को भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) का सदस्य मनोनीत किया है। कौशिक ईपीएफओ में श्रमिकों का प्रतिनिधित्व करेंगे।
भारतीय मेडिकल एवं सेल्स रिप्रेजेंटेटिव महासंघ हरियाणा के प्रदेश मंत्री एवं भारतीय मजदूर संघ के जिला अध्यक्ष कुलदीप अत्री ने बताया कि जय प्रकाश कौशिक ने इलेक्ट्रॉनिक्स विषय से स्नातक एवं बीएड करने के बाद मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव के तौर पर अपने कैरियर की शुरूआत की थी। उस समय वे स्वदेशी जागरण मंच में भी जिला संयोजक के रूप में कार्य कर रहे थे।
बाद में इतिहास तथा गणित विषय में स्नातकोत्तर डिग्री तथा मानव संसाधन प्रबंधन में डिप्लोमा करने पर भी उन्होंने वंचित श्रमिकों के हितों के लिए संघर्ष को ही प्राथमिकता दी और वर्ष 1996 से 2006 तक भारतीय मजदूर संघ रोहतक के जिला मंत्री तथा जिला अध्यक्ष जैसे विभिन्न दायित्वों का निर्वहन करते रहे।
वह वर्ष 2000 में वे हरियाणा मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष भी चुने गए और लगातार 17 वर्ष तक इस जिम्मेदारी को निभाते रहे। वर्ष 2007 में भारतीय मेडिकल एवं सेल्स रिप्रेजेंटेटिव महासंघ के संस्थापक उपाध्यक्ष के रूप में कार्य करते हुए कौशिक ने विभिन्न राज्यों में संगठन का विस्तार किया। कश्मीर घाटी में संगठन का पहला अधिवेशन आयोजित करने का श्रेय भी इन्हीं को जाता है।
कुलदीप के अनुसार, कौशिक ने कानून की डिग्री हासिल करने के बावजूद व्यावसायिक वकालत करने की बजाय श्रमिकों के कानूनी मामलों को निशुल्क लड़ने को ही प्राथमिकता दी। इन्होंने रेपटाकॉस ब्रैट, मर्क लिमिटेड, फरजिनियस काबी तथा रैनबैक्सी जैसी कंपनियों के विरुद्ध केस जीते और लाखों कामगारों को न्याय दिलाया।
कौशिक हरियाणा के श्रम मंत्रालय के अंतर्गत वेज बोर्ड के सदस्य भी रहे। इस दौरान इन्होंने सेल्स प्रमोशन के कार्य को शेड्यूल्ड एंप्लॉयमेंट के रूप में मान्यता दिलवाई। यह निर्णय सेल्स प्रमोशन एंप्लाइज के कार्य के घंटे निर्धारित करने में मील का पत्थर माना जाता है।
ईपीएफओ का सदस्य बनने पर जेपी कौशिक ने कहा कि उनका जोर सभी कर्मचारियों की पी एफ से संबंधित समस्याओं का समाधान करने पर रहेगा। इसके अलावा, असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को भी सामाजिक सुरक्षा के दायरे मे लाया जाएगा तथा सभी को माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्णय अनुसार पी एफ दिलवाया जाएगा।