– कलाकार कल्याण मंच के नवनिर्वाचित अध्यक्ष अर्जुन वशिष्ठ ने किया ऐलान
– कलाकारों का बीमा करे व बुजुर्ग कलाकारों को पेंशन दे सरकार
– विद्यालयों और विश्वविद्यालयों में कला संबंधी पोस्ट भारी जाएं
रोहतक, 28 जुलाई। प्रदेश के कलाकारों की मांगों को लेकर जल्द ही कलाकारों का एक शिष्टमंडल हरियाणा के संस्कृति मंत्री से मिलेगा। यह जानकारी कलाकार कल्याण मंच के नवनिर्वाचित प्रदेशाध्यक्ष अर्जुन वशिष्ठ ने दी। वशिष्ठ ने कहा कि हरियाणा सरकार ने 2017 में कलाकारों के रजिस्ट्रेशन किए थे, लेकिन न तो अभी तक उनका रजिस्ट्रेशन नम्बर जारी किया है और न ही उन्हें किसी तरह का लाभ दिया है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि कलाकारों का रजिस्ट्रेशन नंबर दिया जाए और उनके पहचान पत्र बनाए जाएं। इसके अलावा पूर्व कलाकारों को पेंशन देने के साथ-साथ सभी कलाकारों का बीमा किया जाए। उन्होंने कहा कि कला के क्षेत्र से जुड़े लोगों को सरकारी स्कूलों में स्थाई कलाकार के रूप में भर्ती किया जाए। यही नहीं, हरियाणा के विश्वविद्यालयों में संगीत कलाकारों के खाली पदों को भी जल्दी से जल्दी भरा जाए।
आपको बता दें कि हाल ही में जरूरतमंद कलाकारों की मदद के लिए राज्य स्तरीय कलाकार कल्याण मंच बनाया गया है। इस संबंध में स्थानीय पठानिया वर्ल्ड कैंपस पब्लिक स्कूल में एक मीटिंग हुई, जिसमें हरियाणा भर के कलाकारों ने गुड़गांव के वरिष्ठ रंगकर्मी अर्जुन वशिष्ट को सर्वसम्मति से मंच का प्रदेशाध्यक्ष चुना। इसके अलावा, हिसार के विनोद गोल्डी, कैथल के लव शर्मा, पलवल के लोक कलाकार रामवीर और रोहतक के सुभाष नगाड़ा को उप प्रधान चुना गया।
अंबाला के वयोवृद्ध कलाकार बुधराम को सचिव की जिम्मेवारी दी गई, जबकि जींद के यशुदास को कोषाध्यक्ष बनाया गया। पलवल से चंदन, कुरुक्षेत्र से राजवीर राजू और रोहतक की कलाकार सिमरन कौर को कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया। हिसार के विनोद गोल्डी को हिसार मंडल का और विश्व दीपक त्रिखा को रोहतक मंडल का अध्यक्ष बनाया गया। डॉ. जसवंत सिंह कुरुक्षेत्र को अंबाला मंडल का और रंगकर्मी ऋतुराज गुड़गांव को गुड़गांव मंडल का अध्यक्ष चुना गया।
मीटिंग में कुरुक्षेत्र से अमित चौहान, रोहतक से रामधारी, जितेंद्र किरण, सुरेंद्र सिंह, जितेंद्र खटक, परमजीत सिंह व दीपक, जींद से अंकित, भिवानी से मनीष सिंह व कार्तिक शर्मा, पलवल से रामकरण , आदि कलाकार भी उपस्थित रहे। मीटिंग के अंत में रंगकर्मी विश्व दीपक त्रिखा ने सभी कलाकारों का धन्यवाद किया। उन्होंने पठानिया स्कूल के निदेशक का भी आभार व्यक्त किया, जिन्होंने अपने संस्थान में उन्हें मीटिंग करने की इजाजत दी। उन्होंने कहा कि मंच के माध्यम से कलाकार खुद अपने जरूरतमंद साथियों की मदद करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि कोरोना के कारण लगे लॉक डाउन के चलते करीब डेढ़ साल से बेरोजगारी की मार झेल रहे कलाकारों की मदद के लिए सरकार और हरियाणा कला परिषद ने कोई कदम नहीं उठाया है।