बरोदा विधानसभा क्षेत्र में पहली बार कमल खिलाने की कोशिशों में खट्टर सरकार कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती। इसके लिए सरकार ने उपचुनाव से ऐन पहले क्षेत्र में राहतों का पिटारा खोल दिया है। इसी कड़ी में लोगों की पुरानी मांग को पूरा करते हुए सरकार ने क्षेत्र को 2 महिला कॉलेजों की सौगात दी है। माना जा रहा है कि जीत की हैट्रिक लगा चुकी कांग्रेस को पटखनी देने और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ को भेदने की दृष्टि से ही मनोहरलाल खट्टर ने यह बड़ा पासा फेंका है।
आपको बता दें कि 3 अगस्त को रक्षाबंधन पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल प्रदेश में जिन दस महिला कॉलेजों का शुभारंभ किया है, उनमें भैंसवाल कलां और बरोदा गांव भी शामिल हैं, जो बरोदा हलके में आते हैं। सरकार के इस फैसले को चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।
उच्चत्तर शिक्षा विभाग के मुखिया अजित बालाजी जोशी के अनुसार नए कॉलेजों में आगामी शैक्षणिक सत्र से ही कक्षाएं शुरू कर दी जाएंगी। इसके लिए तैयारियां भी शुरू की जा चुकी हैं। नए कॉलेजों के प्रिंसिपल का अतिरिक्त कार्यभार साथ लगते शहरों के कॉलेजों के प्राचार्यों को दिया गया है। बरोदा हलके में लड़कियों के कॉलेज की मांग काफी समय से चली आ रही थी। उपचुनाव को देखते हुए सरकार ने रक्षाबंधन के बहाने जनता की इस बड़ी मांग को पूरा कर दिया है। गौरतलब है कि सोनीपत इकलौता जिला है, जहां दो महिला कॉलेज खुलेंगे, एक भैंसवाल कलां में और दूसरा बरोदा में।
इसके अलावा उपमुख्यमंत्री दुष्यंत सिंह चौटाला के निर्वाचन क्षेत्र उचाना कलां के सबसे बड़े गांव छातर में भी महिला कॉलेज खुलेगा। माना जा रहा है कि इस कॉलेज को खुलवाने में दुष्यंत की अहम भूमिका रही है। इसी तरह से हिसार के अग्रोहा, सिरसा के गोरीवाला, भिवानी के ईस्सरवाल, पंचकूला के मोरनी, यमुनानगर के प्रताप नगर, कैथल के लदाना चाकू व नूंह के फिरोजपुर झिरका में महिला कॉलेज खोले गए हैं।