इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचार में उत्कृष्ट प्रयासों के लिए किया जाएगा सम्मानित
रोहतक। मूल रूप से रोहतक के रहने वाले राकेश अंदानिया को विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचार के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। वर्ष 2022 के लिए उन्हें यह अवार्ड इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से विज्ञान और प्रौद्योगिकी के संचार हेतु किए गए उत्कृष्ट प्रयासों के लिए दिया गया है। यह अवार्ड भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत National Council for Science and Technology Communication (NCSTC) द्वाराविज्ञान और प्रौद्योगिकी संचार के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान और ऐसी वैज्ञानिक प्रकृति को बढ़ावा देने के लिए जिसने विगत 5 वर्षों के दौरान डेज़ह में महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है, किसी व्यक्ति अथवा संस्थान को प्रतिवर्ष प्रदान किए जाते हैं।कुलछह केटेगरी में दिए जाने वाले इन awards के तहत प्रत्येक विजेता को एक प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिह्न और दो लाख रुपए नकद दिए जाते हैं।
अन्य अवार्ड विजेताओं में कर्नाटक विज्ञान और प्रौद्योगिकी अकादमी, बेंगलुरु; प्रोफेसर मायाधर स्वाईं, भुवनेश्वर; डॉ. बीजू धर्मपालन, तिरुवनंतपुरम; डॉ. कृष्णराव अप्पासानी, हैदराबाद; डॉ. उदय कुमार काकरु, नई दिल्ली; तरुण कुमार जैन, जयपुर और अंजन बनिक, अगरतला शामिल हैं।
राकेश अंदानिया की इस उपलब्धि पर भारत ज्ञान विज्ञान समिति से के. के. कृष्ण कुमार, आशा मिश्रा, कांशीनाथ चैटर्जी, जोगिंदर वालिया, जय सोमनाथन, अंशुमाला गुप्ता, आकाशवाणी रोहतक के पूर्व निदेशक धर्मपाल मलिक व कैलाश वर्मा, रंगकर्मी महेश वशिष्ठ व विश्वदीपक त्रिखा, डॉ. सतीश त्यागी, प्रमोद गौरी, बलजीत भ्याण, सुरेंदर पाल सिंह, प्रो. सुभाष सैनी, डॉ. सतीश कालरा, राममोहन राय, इंद्रजीत सिंह, बलबीर मलिक, परमानंद शास्त्री, सुप्रिया, वेद प्रकाश श्योराण, सत्यपाल सिवाच, रमेश चंद्र, वजीर सिंह घनघस, उधम सिंह राठी, मंगत राम शास्त्री, राजपाल दहिया, कृष्ण मलिक, राजेन्द्र कुमार, कैप्टन शमशेर मलिक, राजकुमारी दहिया, इंद्रजीत सिंह, मुकेश मलिक, डॉ. संतोष मुदगिल, लाभ सिंह हुड्डा, डॉ. मंजीत मानवी, नरेश सैनी, कृष्ण वत्स, अशोक वर्मा, नरेश प्रेरणा, दुष्यंत कुमार, सुभाष, अंजलि राय, इंदरजीत अरविंद, अविनाश सैनी, सुरेन्द्र हंस, सतीश कुमार, परमभूषण आर्य, राजेश सैनी, अरविंद पाल दहिया, राजीव वत्स, वेदप्रिय, रेनू यादव सहित अनेक गणमान्य नागरिकों ने बधाई दी है।
गौरतलब है कि महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक के पूर्व छात्र राकेश अंदानिया पिछले करीब 25 सालों से दिल्ली में रहकर विज्ञान के प्रचार-प्रसार के लिए काम कर रहे हैं। लोकसभा टीवी, राज्यसभा टीवी और डीडी नेशनल पर उनके विज्ञान आधारित खबरों के साप्ताहिक कार्यक्रम ज्ञान विज्ञान, Science This Week, Science Monitor काफ़ी लोकप्रिय रहे हैं। इसके अलावा, वे YouTube पर अपना चैनल “News In Science” भी चला रहे हैं, जो युवाओं को विज्ञान के क्षेत्र की नई नई जानकारियां देने के साथ साथ विज्ञान के विषय में उनकी रुचि को भी बढ़ाता है। वे अनेक Documentary और Short Movies भी बना चुके हैं। पिछले ही महीने उनकी फिल्म “Saving the Himalayan Yaak” ने भोपाल में हुए इंटरनेशनल साइंस फ़िल्म फेस्टिवल ऑफ़ इंडिया में Third Prize हासिल किया था। उनके प्रोडक्शन हाउस “Credence Media Solutions” को 12वें दादा साहेब फाल्के फ़िल्म फेस्टिवल-22 में ‘Best Production House’ का अवार्ड भी मिल चुका है। राकेश की बनाई फिल्में अनेक राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म समारोहों का हिस्सा बन चुकी हैं।
गौरतलब है कि 1992 में हरियाणा विज्ञान मंच, रोहतक को विज्ञान लोकप्रियकरण के लिए एनसीएसटीसी, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था। उस समय राकेश अंदानिया हरियाणा विज्ञान मंच का हिस्सा थे और यह अवार्ड लेने गए थे। अब 31 वर्ष बाद वे फिर इस सम्मान को हासिल करेंगे। पुरस्कार विज्ञान दिवस के अवसर पर 28 फरवरी को प्रदान किये जाएंगे।