– भारतीय बाल कल्याण परिषद द्वारा प्रतिवर्ष प्रदान किये जाते है पुरुस्कार
– बच्चों के साहसिक कार्यो को पहचान दिलाना है उद्देश्य
– घटना के समय बच्चो की आयु 6 से 18 वर्ष तक हो
रोहतक। उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि भारतीय बाल कल्याण परिषद द्वारा राष्ट्रीय बहादुरी पुरुस्कारों के लिए आगामी 15 अक्तूबर 2022 तक सिफारिशें आमंत्रित की गई है। परिषद द्वारा गत 65 वर्षों से बहादुरी पुरुस्कार प्रदान किये जा रहे है। यह पुरुस्कार 6 से 18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों द्वारा किए गए साहसिक व बहादुरी के निस्वार्थ कार्य के लिए प्रदान किये जाते है। पुरुस्कार प्रदान करने का उद्देश्य ऐसे बच्चों की बहादुरी को पहचान दिलाना है ताकि अन्य बच्चे भी इनसे प्रेरणा लेकर बहादुरी के कार्य कर सकें।
कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि यह पुरुस्कार वर्ष 1957 में शुरू किये गए थे तथा एक लडक़ा व एक लडक़ी को यह पुरुस्कार प्रदान किये गए थे। बहादुरी पुरुस्कारों के लिए आवेदन प्रपत्र भारतीय बाल कल्याण परिषद के मुख्यालय के कार्यालय अथवा वेबसाइट www.iccw.co.in से डाउनलोड किया जा सकता है। इस संदर्भ में अधिक जानकारी के लिए परिषद कार्यालय के दूरभाष 011-23239539, 23234508, 23232427 तथा 23236616 पर सम्पर्क किया जा सकता है। पूर्ण रूप से भरे हुए आवेदन पर दो सक्षम प्राधिकारियों द्वारा सिफारिश की जायेगी।
आवेदन पत्र के साथ संलग्न करें घटना का विवरण व अन्य जानकारी :
उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि आवेदन पत्र के साथ बहादुरी के कार्य का 250 शब्दों में वर्णन, आवेदक का जन्म प्रमाण पत्र, घटना से संबंधित प्रकाशित समाचार पत्र/पत्रिका की कटिंग अथवा प्राथमिकी या पुलिस डायरी की रिपोर्ट संलग्न करनी है। इन पुरुस्कारों के लिए ऐसे बच्चे आवेदन कर सकते है, जो घटना के समय 6 वर्ष से 18 वर्ष आयुवर्ग में हो। ऐसी घटना की तिथि एक जुलाई 2021 एवं 30 सितम्बर 2022 के मध्य होनी चाहिए। हालांकि चयन समिति इस अवधि में अधिक से अधिक 6 माह की छूट प्रदान कर सकती है। इन पुरुस्कारों के लिए भारतीय बाल कल्याण परिषद द्वारा गठित उच्चाधिकार प्राप्त समिति द्वारा चयन किया जायेगा।
पुरुस्कारों के तहत मेडल, प्रशस्ति पत्र व नकद ईनाम दिया जायेगा :
कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि पुरुस्कारों के तहत एक मेडल (स्वर्ण, रजत), प्रमाण पत्र तथा नकद ईनाम प्रदान किया जायेगा। पुरुस्कार प्राप्त करने वालों को परोपकारी संगठनों द्वारा भी विभिन्न उपहार प्रदान किये जाते है। पुरुस्कारों के तहत भारतीय बाल कल्याण परिषद भारत पुरुस्कार के तहत एक लाख रुपये, ध्रुव पुरुस्कार के लिए75 हजार रुपये, मार्कंडेय पुरुस्कार के लिए 75 हजार रुपये, श्रवण पुरस्कार के लिए 75 हजार रुपये, प्रहलाद पुरस्कार के लिए 75 हजार रुपये, एकलव्य पुरस्कार के लिए 75 हजार रुपये, अभिमन्यु पुरस्कार के लिए 75 हजार रुपये तथा सामान्य पुरुस्कारों के लिए 40 हजार रुपये की राशि दी जायेगी।
पुरुस्कारों की अधिकतम संख्या हो सकती है 25 :
– एक बार रद्द होने पर आवेदनों पर नहीं होगा दोबारा विचार
उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि इन पुरुस्कारों की अधिकतम संख्या 25 हो सकती है। पुरुस्कार प्राप्त करने वाले विजेताओं को स्कूल शिक्षा पूर्ण करने तक वित्तीय सहायता तथा स्नातक/स्नातकोतर/व्यावसायिक कोर्सो के लिए छात्रवृत्ति योजना के तहत वित्तीय सहायता प्रदान की जायेगी। एक बार रद्द किये जा चुके आवेदनों पर दोबारा विचार नहीं किया जायेगा। यह पुरुस्कार नई दिल्ली में प्रदान किये जायेंगे।