कोरोना रोगियों की बढ़ती संख्या और अस्पतालों में सिकुड़ती सुविधाओं के बीच आईसीएमआर ने नई गाइडलाइन जारी की हैं। इन संशोधित दिशानिर्देशों के अनुसार कोरोना संक्रमित ‘ए’ कैटेगरी वाले मरीज अब अपनी मर्जी से घर पर ही आइसोलेट होकर इलाज करवा पाएंगे।। घर पर आइसोलेट किए गए मरीजों की स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर 24 घंटे निगरानी करेंगे। वे फोन पर संक्रमित मरीजों का हलचाल पूछेंगे। इतना ही नहीं, स्वस्थ विभाग मरीज की दवा से लेकर डाइट तक की निगरानी रखेंगे।गंभीर लक्षण होने पर रोगी को अस्पताल में भर्ती किया जाएगा।
आईसीएमआर की नई गाइडलाइंस के आधार पर हरियाणा में मरीजों को होम आइसोलेट करना शुरू शुरू कर दिया है। आपको बता दें कि बिना लक्षण वाले कोरोना मरीजों को ‘ए’ सिंप्टोमेटिक कहा जाता है। डॉक्टरों के अनुसार घर पर रहकर मरीज मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहता है और जल्दी ठीक होता है।
रोहतक के सिविल सर्जन डॉ. अनिल बिरला ने कहा कि कम गम्भीर मरीजों को उनकी मर्जी के अनुरूप उनके घर पर ही आइसोलेट किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों की एक टीम लगातार 24 घंटे उनकी निगरानी रखती है और समय समय पर फोन कर अपडेट लेती रहती है। घर मे आइसोलेट हुए मरीजों की डाइट ओर दवाई भी टीम के अनुसार मरीज को दी जाती है। उन्होंने कहा कि 13 जून तक जिले में 94 संक्रमित मरीजों को घर पर ही आइसोलेट किया गया है।