सारी दुनिया। हाल ही में सामने आई लांसेट की रिपोर्ट में पता चला कि भारत में ओवर स्पीडिंग न करने से हर साल 20,554 लोगों की जान बचाई जा सकती हैं, जबकि हेलमेट को बढ़ावा देने से 5,683 लोगों की जान बच सकती हैं। अगर लोग वाहन चलाते समय सीटबेल्ट का इस्तेमाल करने की आदत बना लें, तो देश में हर साल 3,204 जिंदगियां बच जाएंगी।
लांसेट ने अपनी रिपोर्ट में भारत के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की रोड एक्सिडेंट्स इन इंडिया-2020 रिपोर्ट के आंकड़ों का जिक्र करते हुए बताया कि 2020 में कुल 1 लाख 20 हजार 806 घातक दुर्घटनाएं हुईं। राष्ट्रीय राजमार्गों पर 43 हजार 412 हादसे, राज्य राजमार्गों पर 30 हजार 171 हादसे, 47 हजार 223 दुर्घटनाएं अन्य सड़कों पर हुईं। चिंता की बात यह है कि युवा इन हादसों का सबसे अधिक शिकार हुए हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक साल 2020 में भारत के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कुल 3 लाख 66 हजार 138 सड़क हादसे हुए. जिसमें 1 लाख 31 हजार 714 लोगों की मौत हुई जबकि 3 लाख 48 हजार 279 लोग घायल हुए हैं। हर एक सौ सड़क हादसे में 36 लोगों की जान गई, 2019 में यह आंकड़ा 33 था। 2020 में ओवर स्पीडिंग की वजह से 69.3% लोगों की मौत हुई, जबकि गलत दिशा में गाड़ी चलाने से हुए हादसे में 5.6 फीसदी लोगों की जान गई। इसमें 30.1% मौतें हेलमेट का इस्तेमाल नहीं करने के कारण हुईं। इसी तरह 11% से अधिक मौतें और चोटें सीट बेल्ट का उपयोग नहीं करने की वजह से हुईं।