रोहतक। दिशा छात्र संगठन द्वारा महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय में ‘युवाओं में बढ़ते मानसिक तनाव और अवसाद से कैसे बचें?’ विषय पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम विश्वविद्यालय की जोशी कैंटीन पर हुआ। परिचर्चा में कई सारे छात्र-छात्राओं ने भागीदारी की अपने विचार साझा किए।
दिशा के इन्द्रजीत ने कहा कि आज मानसिक तनाव और अवसाद की समस्या महामारी का रूप धारण कर चुकी है। हर दस में से आठ व्यक्ति किसी न किसी प्रकार के मानसिक तनाव से होकर गुजर रहे होते हैं। विद्यार्थी जीवन में अच्छे अंक लाने का दबाव, आगे की पढ़ाई के दौरान प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी और रोज़गार हासिल करने का तनाव और आगे चलकर सामाजिक-आर्थिक असुरक्षा को लेकर होने वाली चिन्ता हरेक को किसी न किसी रूप में घेरे रहती है। हमारे बीच के सामाजिक सम्बन्धों और मानवीय रिश्तों की जगह निजी स्वार्थपरता और व्यक्तिवाद ने ले ली है।
सोनिका सवेरा ने कहा कि मौजूदा रोजगारहीनता के दौर में छात्र-युवा आबादी खास तौर पर मानसिक तनाव और अवसाद से घिरी रहती है। एक रिपोर्ट के अनुसार हर 4 मिनट में कोई न कोई व्यक्ति आत्महत्या कर लेता है। हम मानव केन्द्रित की बजाय एक व्यक्ति केन्द्रित समाज में जी रहे हैं। हर कोई अपनी ही दुनिया में मग्न दिखाई देता है। पैसे-पूँजी के रिश्ते हमारे बीच के मानवीय सरोकारों को समाप्त कर देते हैं। हमें मानसिक तनाव और अवसाद के पीछे के असल कारणों की पहचान करनी चाहिए और उन्हें हल करने की प्रक्रिया में लगना चाहिए।
नविता और लोकेश ने कहा कि समाज की बहुत बड़ी आबादी खुद को अकेला महसूस कर रही है। आज सोशल मीडिया भी हमें अकेलेपन और अलगाव की तरफ धकेल रहा है। सोशल मीडिया पर व्यक्ति एक आभासी दुनिया में रहने लग जाता है और किसी के सामने भी अपने विचार साझा नहीं कर पाता।
निचोड़ के तौर पर वक्ताओं ने कहा कि हमें अपने आसपास के लोगों पर ध्यान देना चाहिए और कोई भी व्यक्ति यदि तनाव ग्रस्त दिखे तो उसकी मदद करनी चाहिए। इसके अलावा हमें किसी न किसी कलात्मक और सर्जनात्मक गतिविधि में खुद को सक्रिय करना चाहिए। खासतौर पर साहित्य और ज्ञान-विज्ञान की दुनिया से जुड़ना चाहिए तथा अपना वैचारिक दायरा बढ़ाना चाहिए। हम अधिक से अधिक सामाजिक होकर और सामाजिक बदलाव की प्रक्रिया में खुद को सक्रिय करके ही मानसिक तनाव और अवसाद से बच सकते हैं।
परिचर्चा में प्रदीप, सोनिका सवेरा, राजा कान्ही, लोकेश मैडी, किरण, कृष्णा, नविता, रघुवीर, इन्द्रजीत, अरुण, गुलाब भालौठ, अंकित, निशा, प्रियंका, अजय, सौरभ, प्रवीण इत्यादि छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।