सारी दुनिया। स्थानीय नाट्य संस्थान सप्तक रंगमंडल और pathania world campus के संयुक्त तत्वावधान में यहां आयोजित राष्ट्रीय घुमंतु नाट्य कार्यशाला सफलतापूर्वक संपन्न हो गई। इस दो दिवसीय कार्यशाला में शहर के करीब 30 विद्यार्थियों ने भाग लिया।
कार्यशाला में मुंबई के विख्यात रंगकर्मी देव फौजदार ने बच्चों को अभिनय के गुर सिखाए। इसके अलावा गुजरात से आई अभिनेत्री बिनीता बारौठ और सप्तक के अध्यक्ष विश्व दीपक त्रिखा ने भी अपने अनुभव सांझा किए। मूल रूप से मथुरा के रहने वाले देव फौजदार पिछले लंबे समय से मुंबई में नाटक करने के साथ-साथ वहां युवाओं को रंगकर्म की बारीकियां सीखने के काम में लगे हैं। उन्हें पद्मश्री बंसी कौल, भानु भारती, आलोक चैटर्जी, प्रसन्ना आदि विख्यात रंगकर्मियों से रंगकर्म सीखने का गौरव प्राप्त है। शायद वे अकेले ऐसे रंगकर्मी हैं जिन्हें फिल्म इंस्टीट्यूट पुणे में पढ़ने का मौका न मिलने के बावजूद वहां पर विद्यार्थियों को पढ़ाने का गौरव प्राप्त हुआ।
सप्तक संस्था द्वारा आयोजित इस कार्यशाला में कोरोना के तमाम एहतियात का पालन किया गया। सप्तक के सचिव अविनाश सैनी ने बताया कि इस दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम से प्रोत्साहित हो कर सप्तक द्वारा अगले माह पठानिया वर्ल्ड कैंपस में ही नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के साथ मिल कर एक माह की प्रस्तुतिपरक कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। कार्यशाला में किसी भी स्कूल के विद्यार्थी भाग ले पाएंगे।
पठानिया वर्ल्ड कैंपस के निदेशक अंशुल पठानिया ने देव फौजदार का आभार जताया और भविष्य में होने वाली कार्यशाला में भी हर संभव सहायता देने का भरोसा दिलाया। इस अवसर पर सप्तक के अध्यक्ष विश्व दीपक त्रिखा, संस्थापक सदस्य सुभाष नागरा, सचिव अविनाश सैनी, सह सचिव विकास रोहिल्ला, रंगकर्मी सुजाता रोहिल्ला, फिल्म अभिनेता जितेन्द्र हुड्डा, वरिष्ठ नृत्य निर्देशक सुरेंद्र धौला, पठानिया स्कूल के रजत बिंद्रा तथा स्कूल की मुख्य अध्यापिका एवं सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के अध्यापक मौजूद रहे।