कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के पूर्व छात्र बिशू पराजुली की संस्था ‘यूनाइटेड नेशंस वर्ल्ड फूड प्रोग्राम’ को प्रतिष्ठित नोबेल शांति पुरस्कार 2020 से सम्मानित किया गया है। बिशू संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम की टीम में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र की संस्था को मिली इस उपलब्धि के लिए केयू की कार्यवाहक कुलपति डॉक्टर नीना खन्ना ने बिशू और यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मैनेजमेंट को बधाई दी है।
गौरतलब है कि बिशू 1979 से 1981 के दौरान यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मैनेजमेंट में पढ़े हैं। वे वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम के प्रतिनिधि होने के साथ-साथ भारत के निदेशक के रूप में कार्य कर रहे हैं। डॉ. नीना खन्ना ने कहा कि उन्होंने वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (डब्ल्यूएफपी) के साथ नोबेल शांति पुरस्कार-2020 जीतकर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का ही नहीं, बल्कि हरियाणा और पूरे देश का नाम रोशन किया है।
बता दें कि इस बार नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने भूख से निपटने के प्रयास के लिए संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम को नोबेल शांति पुरस्कार से नवाजा है। बिशू पराजुली ने 1 सितंबर 2019 को भारत में संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) के प्रतिनिधि और भारत देश के निदेशक के रूप में पद ग्रहण किया था। उनके पास विकास, मानवीय मामलों, कूटनीति, धन उगाहने और प्रबंधन के क्षेत्रों में काम करने का 35 वर्षों का अनुभव है। वे रोम और मध्य-पूर्व अफ्रीका सहित एशिया के 10 से अधिक देशों में काम कर चुके हैं।
यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मैनेजमेंट विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. रमेश चन्द्र व सभी संकाय सदस्यों ने भी खाद्य सुरक्षा को शांति का साधन बनाने, बहुपक्षीय सहयोग हासिल करने और डब्ल्यूएफपी की भूमिका में महत्वपूर्ण योगदान के लिए अपने पूर्व छात्र को बधाई दी है।