लॉकडाउन के चलते हरियाणा के अलग अलग जिलों में फंसे यूपी के प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी शुरू हो गई है। यूपी सरकार द्वारा 24 अप्रैल को अपने श्रमिकों को वापिस बुलाने का फैसला लेते ही हरियाणा सरकार ने तत्परता दिखाते हुए प्रदेश के अलग अलग इलाकों से इन श्रमिकों को उनके घर भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दीहै। इसकी शुरुआत करते हुए 25 अप्रैल को यमुनानगर और झज्जर जिले के बहादुरगढ़ से अनेक कामगारों को यूपी भेजा गया है। शनिवार को यमुनानगर से इसकी शुरूआत हुई। यहां से यूपी के 16 जिलों के लिए हरियाणा रोडवेज की 20 बसें रवाना हुईं, जिनमें 378 मजदूरों को यूपी भेजा गया।
माना जा रहा है कि हरियाणा में हालात सुधरने के साथ-साथ दूसरे राज्यों के श्रमिकों को भी उनके परिजनों के पास भेजने का बीड़ा उठाया जाएगा। प्रदेश सरकार के सूत्रों के अनुसार अलग अलग जगहों पर ठहरे हुए सभी श्रमिकों को धीरे-धीरे उनके गृह राज्य में भेजने की व्यवस्था की जाएगी, ताकि वे अपनों के बीच पहुंच कर ज्यादा बेहतर महसूस कर सकें।
गौरतलब है कि राजस्थान के कोटा से प्रदेश के छात्रों को वापिस लाने के बाद भारी दबाव के चलते अंततः यूपी सरकार को विभिन्न राज्यों में फंसे अपने कामगारों को भी वापिस लेने का फैसला लेना पड़ा है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि विभिन्न राज्य अपने यहां से यूपी के मजदूरों को प्रदेश की सीमा तक पहुंचा दें। इसके बाद उन्हें उनके घरों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी यूपी सरकार की रहेगी। बता दें कि एक दिन पूर्व ही हरियाणा सरकार द्वारा भी रोडवेज की बसें भेजकर अपने 850 से ज्यादा छात्रों को कोटा के अलग अलग संस्थानों से लाया गया था।