रोशन है जिनसे दुनिया
दूसरों की मदद करने के लिए धन-दौलत नहीं, जज्बा और पीड़ितों के प्रति दिल में दर्द होना चाहिए। लॉकडाउन की इस संकट की घड़ी में अनेक लोगों ने जरूरतमंदों की ओर मदद का हाथ बढ़ाया है और कुछ ने तो अपनी सामर्थ्य से बढ़कर उनका सहयोग किया है। ऐसे लोग भी सामने आए हैं जो अपनी रोजमर्रा की जरूरतों में कटौती करके या कहें कि खुद का पेट काटकर औरों की सहायता कर रहे हैं। उन्हीं ‘दिल के अमीरों’ में से एक शख्स हैं सफाईकर्मी जंगाराम।
जंगाराम ने डॉ. भीमराव आंबेडकर के जन्मदिवस पर, 14 अप्रैल को 15 जरूरतमंद परिवारों को घर-घर जाकर राशन बांटा। हरियाणा में जिला अम्बाला के गांव तंदवाल में सफाई कर्मचारी के तौर पर कार्यरत समाजसेवी जंगाराम ने बताया कि उन्होंने यह राशन अपनी एक महीने की पगार से खरीदा है। उन्होंने कहा कि वे बेहद मामूली आदमी हैं और लोगों के दुःख को कम करने में बहुत अधिक योगदान नहीं दे सकते। लेकिन वे मानवता के प्रति अपने फर्ज से भी पीछे नहीं हट सकते। इसलिए उनके पास जो कुछ भी है, वे उसी को पीड़ितों के साथ बांट रहे हैं। उन्होंने अन्य लोगों से भी अपील की है कि संकट के इस समय में बढ़-चढ़कर जरूरतमंदों की सहायता करें। आम जनता के लिए प्रेरणा स्रोत बने जंगाराम को दिल से सैल्यूट!