सुशासन का ढोल पीटने वाली पार्टी के राज में नौकरियां किस तरह से लगती हैं और किस तरह से छीनी जाती हैं, इसका जीता जागता उदाहरण नारनौल नगर परिषद में देखा जा सकता है। वहां भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के रिश्तेदार को दो बार अलग-अलग पदों पर नियुक्त किया जाता है और दोनों बार पार्टी की अंदरूनी खींचतान के चलते उसकी नियुक्ति अचानक रद्द कर दी जाती है। इसका मुख्य कारण यह रहा कि उक्त अधिकारी ने भाजपा कार्यालय के नक्शे पर ऑब्जेक्शन लगाने की गुस्ताखी की थी।
मामला नारनौल नगर परिषद का है, जहां नगर निकाय विभाग ने पार्ट 2 पालिसी के तहत नियुक्त भवन निरीक्षक विकास शर्मा को अचानक पद से हटा दिया है। कनिष्ठ अभियंता विकास को 11 अगस्त 2020 से 10 अगस्त 2021 तक के लिए भवन निरीक्षक के पद पर लगाया गया था। लेकिन अब उनकी जगह नियमित कनिष्ठ अभियंता का स्थानांतरण करके विकास की नियुक्ति को रद्द कर दिया गया है।
कहा जा रहा है कि उक्त अधिकारी ने नारनौल नगर परिषद में जेई के पद पर रहते हुए भाजपा जिला कार्यालय के प्रस्तावित भवन के नक्शे पर ऑब्जेक्शन लगाया था। इसके कुछ दिन बाद ही डीसी रेट पर कार्यरत विकास शर्मा को पद से हटा दिया गया था। परन्तु अपने प्रभाव के चलते कुछ समय बाद वह पार्ट 2 पालिसी के तहत नगर पालिका कार्यालय में ही भवन निरीक्षक का पद पाने में कामयाब हो गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले महीने संगठन का एक पुराना कार्यकर्ता उसकी सीट से संबंधित काम के लिए गया था, लेकिन विकास ने उसका काम नहीं किया। इस पर उसने विकास पर अपने काम में बेवजह कमी निकालने के साथ-साथ बदतमीजी करने की शिकायत पार्टी हाईकमान को कर दी। यही नहीं, उसने यह आरोप भी लगा दिया कि जिस अधिकारी ने जेई के पद पर रहते हुए भाजपा कार्यालय के नक्शे पर ऑब्जेक्शन लगाया था, उसे नगर परिषद ने किस प्रकार भवन निरीक्षक के पद पर नियुक्त कर दिया? इस सारे प्रकरण के उजागर होते ही विकास को पद से हटा दिया गया।
गौरतलब है कि विकास शर्मा भाजपा के एक पूर्व चेयरमैन का नजदीकी रिश्तेदार है। चर्चा है कि उसने पार्टी के एक गुट की शह पर ही भाजपा कार्यालय के नक्शे पर ऑब्जेक्शन लगाया था, जिसकी कीमत उसे दो बार चुकानी पड़ी। पहली बार जेई का पद गंवाना पड़ा, तो दूसरी बार तीन माह के भीतर ही भवन निरीक्षक के पद से हटा दिया गया। कारण कुछ भी हो, लेकिन पर्ची-खर्ची के नाम पर कांग्रेस को कटघरे में खड़े करने वाली भाजपा के सुशासन की पोल तो इससे खुल ही जाती है।