भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। 15 अगस्त की शाम सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट करते हुए उन्होंने अपने फैंस को इसकी जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने उनके प्यार और समर्थन के लिए भी धन्यवाद किया।
उन्होंने लिखा –
‘प्यार और समर्थन के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। 07:29 बजे से, मुझे रिटायर्ड मान लिया जाए।’
माही और मिस्टर कूल के नाम से मशहूर धोनी कामयाब विकेटकीपर और धाकड़ बल्लेबाज होने के साथ-साथ एक सफल कप्तान के रूप में भी जाने जाते हैं। कई रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके धोनी अंतिम क्षणों तक टीम को जिताने का मादा रखते थे। उनका क्रीज पर होना जीत की गारंटी माना जाता था। रांची के एक साधारण परिवार से आया लंबे वालों वाला यह लड़का किसी दिन दुनिया पर छा जाएगा, किसी ने नहीं सोचा था।परन्तु एक बार राष्ट्रीय टीम में आने के बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपने वक्त के दुनिया के चोटी के खिलाड़ियों में शामिल रहे। छोटे शहरों और मध्यवर्गीय परिवारों से निकलकर राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने वाले चुनिंदा क्रिकेटरों में शामिल धोनी ने भारतीय टीम को क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में जीत की आदत डाली।
माही ने 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ डेब्यू किया था। इसके बाद उन्होंने भारत के लिए 90 टेस्ट, 350 एक दिवसीय और 98 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेले तथा इनमें क्रमश: 4876, 10773 और 1617 रन बनाए। वे वनडे में 10 हजार से ज्यादा रन बनाने वाले भारत के 5वें और दुनिया के 13वें बल्लेबाज हैं। धोनी ने 332 अंतरराष्ट्रीय मैचों में कप्तानी की, जो कि एक रिकॉर्ड है। भारत की तरफ से सबसे ज्यादा 60 टेस्ट, 200 वनडे और 72 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में कप्तानी का रिकॉर्ड भी उनके नाम है। साथ ही वे भारत की तरफ से सबसे ज्यादा 27 टेस्ट, 110 वनडे और 41 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच जीतने वाले कप्तान रहे हैं। आईसीसी की सभी तीन ट्रॉफी जीतने वाले इकलौते कप्तान एमएस धोनी ने अपनी कप्तानी में भारत को वनडे विश्व कप, वर्ल्ड टी-20 और चैंपियंस ट्रॉफी में जीत दिलाई।
भारत के 251वें टेस्ट, 157वें वनडे और दूसरे टी-20 खिलाड़ी माही सबसे ज्यादा 255 टी-20 मैचों में कप्तानी करने के अलावा 150 टी-20 मैच जीतने का रिकॉर्ड बनाने वाले विश्व के एकमात्र कप्तान रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में किसी भी कप्तान द्वारा सबसे ज्यादा 204 छक्के लगाने का विश्व रिकॉर्ड भी उनके नाम है। वनडे में सबसे ज्यादा 84 बार नॉट आउट रहने और सबसे ज्यादा 9 बार छक्के से मैच जितवाने का विश्व रिकॉर्ड भी धोनी के नाम है। 2005 में उन्होंने जयपुर में श्रीलंका के खिलाफ खेले गए एकदिवसीय मैच में नाबाद 183 रन बनाए जो किसी भी विकेटकीपर बल्लेबाज द्वारा बनाया गया सर्वाधिक स्कोर था। उनका यह विश्व रिकॉर्ड अभी तक कायम है। कुल 229 छक्के लगाने वाले धोनी सबसे ज्यादा छक्के लगाने के मामले में दूसरे नंबर के भारतीय खिलाड़ी हैं।
सबसे ज्यादा 98 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच तथा 300 वनडे खेलने वाले सिर्फ छठे भारतीय खिलाड़ी धोनी के नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा 195 स्टंपिंग सहित टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा 38, वनडे में सबसे ज्यादा 123 और टी-20 अंतरराष्ट्रीय में सबसे ज्यादा 34 स्टंपिंग का रिकॉर्ड है। टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में उन्होंने विकेटकीपर के रूप में रिकॉर्ड 57 कैच पकड़े और सबसे ज्यादा 91 शिकार करने का विश्व रिकॉर्ड बनाया। इसी तरह, वनडे में सबसे ज्यादा 321 कैच और सर्वाधिक 444 शिकार करने वाले भी वे अकेले विकेटकीपर रहे हैं। धोनी टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा 294 शिकार करने और सबसे ज्यादा 256 कैच पकड़ने का रिकॉर्ड भी बना चुके हैं। इसके अलावा, टी-20 क्रिकेट में विकेटकीपर के रूप में 151 कैच और 77 स्टंपिंग के साथ सबसे ज्यादा शिकार 228 शिकार करने का रिकॉर्ड भी उन्हीं के नाम है।
आखिरी बार विश्व कप 2019 का सेमीफाइनल खेलने वाले माही काफी समय से क्रिकेट से दूर थे। इस बीच कई बार उनके संन्यास की खबरें भी उड़ीं, जो हर बार अफवाह साबित हुईं। लेकिन अब अचानक सन्यास का फैसला लेकर उन्होंने अपने फैंस को हैरान कर दिया।
बता दें कि धोनी के जीवन पर बनी फिल्म भी काफी हिट रही थी और उसने 100 करोड़ से ज्यादा का बिज़नेस किया था। हाल ही में आत्महत्या करने वाले सुशांत सिंह राजपूत ने फ़िल्म में धोनी का किरदार निभाया था।