हरियाणा में सरकारी स्कूलों को बंद करने का सिलसिला लगातार जारी है। स्कूलों में पर्याप्त सुविधाएं मुहैया करवाकर और समस्याओं को दुरुस्त करके बच्चों की संख्या बढ़ाने पर ज़ोर देने की बजाय सरकार उन्हें बंद करने का निर्णय ले रही है। इस बार 271 ऐसे राजकीय प्राइमरी और माध्यमिक स्कूलों को बंद किया जाएगा, जिनमें 10 या इससे कम छात्र हैं। इन स्कूलों को नजदीकी राजकीय स्कूलों में मर्ज करने की योजना तैयार कर ली गई है। प्राइमरी स्कूलों के 385 और मिडिल स्कूलों के 76 अध्यापकों को भी दूसरे स्कूलों में स्थानांतरित किया जाएगा। संभवतः इससे अनेक अति गरीब विद्यार्थियों, विशेष तौर पर लड़कियों, की पढ़ाई का सपना टूट जाएगा, क्योंकि उनके अभिभावक उन्हें दूर के स्कूलों में पढ़ने नहीं भेज पाएंगे।
बता दें कि राज्य के 228 प्राइमरी और 43 मिडिल स्कूलों में छात्र संख्या 10 या इससे कम है। इनमें से 14 प्राइमरी और 22 मिडिल स्कूल ऐसे हैं, जहां एक भी अध्यापक नहीं है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, अगला सत्र शुरू होने से पहले इन स्कूलों को आसपास के राजकीय स्कूलों में मर्ज कर दिया जाएगा। इसके लिए शिक्षा विभाग को सर्वे कर कम छात्र संख्या वाले स्कूलों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए गए थे।
विभिन्न जिलों में मर्ज होने वाले प्राइमरी व मिडिल स्कूल
जिला प्राइमरी स्कूल मिडिल स्कूल
अंबाला 07 01
भिवानी 23 03
चरखी दादरी 17 02
फरीदाबाद 01 00
फतेहाबाद 09 00
गुरुग्राम 06 00
हिसार। 06 04
झज्जर 02 02
जींद 04 01
कैथल 09 00
करनाल 12 00
कुरुक्षेत्र। 28 00
महेंद्रगढ़ 27 04
नूहं मेवात 06 11
पलवल 02 00
पंचकूला 10 02
पानीपत। 02 00
रेवाड़ी। 15 01
रोहतक। 01 01
सिरसा 12 01
सोनीपत 06 03
यमुनानगर 23 07
कुल 228 43
10 से कम बच्चों की संख्या वाले स्कूल
बच्चों की संख्या प्राइमरी स्कूल मिडिल स्कूल
00 14 19
01 09 00
02 12 00
03 11 01
04 21 00
05 16 04
06 23 01
07 22 04
08 23 05
09 33 06
10 44 03
कुल 228 43