कोरोना संकट के बीच फैली तमाम नकारात्मक ख़बरों से हटकर कुछ ऐसी घटनाएं भी सामने आ रही हैं, जो हमारी संवेदनाओं को गहरे तक छू रही हैं और हमारे भीतर इंसानियत के जिंदा होने का सुखद एहसास करवा रही हैं। ऐसी ही एक घटना है तमिलनाडु की, जिसमें एक अनजान शख्स मुसीबत के मारों के लिए मानवता का दूत बनकर आता है और धर्म-जाति पूछे बिना उनके लिए वह सब करता है, जो शायद उनके अपने भी उस समय न कर पाते।
तमिलनाडु के त्रिचि शहर के एक कस्बे में रहने वाली गरीब परिवार की महिला को प्रसव पीड़ा होती है। महिला का पति सरकारी एम्बुलेंस से उसे लेकर 7 किलोमीटर दूर अस्पताल जाता है।
अस्पताल में जांच के बाद डॉक्टर बताते हैं कि सामान्य प्रसव में दिक्कत आ सकती है, इसलिए ऑपरेशन करना होगा। उन्होंने कहा कि ऑपेरशन के दौरान एक यूनिट खून की जरूरत भी पड़ सकती है। लॉकडाउन होने की वजह से अस्पताल में महिला के ग्रुप का खून उपलब्ध नहीं था। इस पर डॉक्टरों ने कहा कि जब तक खून का इंतजाम नहीं होगा, वे ऑपेरशन करने में असमर्थ हैं।
आखिरकार, महिला और उसका पति अपने घर वापस लौटने के लिए निकल पड़े, ताकि किसी रिश्तेदार को खून देने के लिए बुला सकें।
ऐसे माहौल में, जब गाड़ियां भी नहीं मिल रही थीं और यह दंपति हैरान-परेशान सड़कों पर भटक रहा था, एक पुलिस कांस्टेबल ने उन्हें आवाज दी। उनकी हालत देखकर उसने पहले उनके लिए भोजन का इंतजाम किया और फिर टैक्सी का पता करने में लग गया ।
दंपति से बात करते-करते पुलिस वाले को पता चला कि ब्लड न मिलने के कारण उन्हें वापिस जाना पड़ रहा है। उसने महिला से उसका ब्लड ग्रुप पूछा। मालूम कि उसका ब्लड ग्रुप भी वही था, जो महिला का था। बस, बिना समय गंवाए वह महिला को अपना खून देने को तैयार हो गया। इसके बाद वह 23 वर्षीय पुलिस कांस्टेबल उस दंपति को वापस अस्पताल लेकर गया और अपना खून डोनेट किया।
ऑपरेशन के बाद महिला ने एक स्वस्थ शिशु को जन्म दिया। सारा मामला सामने आने पर त्रिचि के पुलिस अधीक्षक ने उस कांस्टेबल को एक हजार रुपए देकर पुरस्कृत किया। तमिलनाडु के डीजीपी ने भी उसे 10 हजार रुपए का पुरस्कार दिया। लेकिन मजे की बात है कि उस कांस्टेबल ने इनाम के पूरे 11 हजार रुपए उसी महिला को दे दिए।
और आइए, अब आपको बताते हैं उनके नाम। उस महिला का नाम सुलोचना और पुलिस कांस्टेबल का नाम एस. सैयद अबू ताहिर है। धर्म के नाम पर नफरत फैलाने वालों की आंखें खोलने के लिए ये नाम ही काफी हैं।